राजधानी लखनऊ स्थित लोहिया संस्थान में सोमवार को पर्चा काउंटर पर संविदा पर तैनात कम्प्यूटर ऑपरेटर को एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्रों जमकर पीट दिया। आरोप है कि वह कैश काउंटर में बैठे मयंक शुक्ला पर पंजीकरण शुल्क जल्दी जमा करने का दबाव बना रहे थे। बहस के बाद में छात्र अपने साथियों के साथ वहां पहुंचा और काउंटर पर बैठे लोगों की पिटाई कर दी। लोहिया संस्थान के कर्मचारियों ने निदेशक से शिकायत की। जांच में आरोपित छात्र दोषी पाए गए। आठ छात्रों को 15 दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा 28 छात्रों को चेतावनी दी गई है।
कैश काउंटर पर हुई थी घटना
लोहिया संस्थान में कैश काउंटर पर तैनात मयंक शुक्ला के मुताबिक सुबह करीब 11 बजे वह काउंटर पर बैठे थे। इसी दौरान एमबीबीएस प्रथम वर्ष का छात्र रिश्तेदार का पंजीकरण करवाने आया था। वह मयंक पर पंजीकरण शुल्क जल्दी जमा करने का दबाव बनाने लगा। मयंक ने कुछ मरीज के बाद पंजीकरण शुल्क जमा करने की बात कही। आरोप है कि इस पर वह भड़क गए। मयंक का कहना है कि इसके बाद दोपहर एक बजे वह 35 छात्रों को लेकर काउंटर पर पहुंचा और उन लोगों की पिटाई शुरू कर दी। इस पर परिसर में हंगामा होने लगा।
इन छात्रों को किया गया निलंबित
शोर सुनकर कर्मचारी संघ के लोगों के साथ कई डॉक्टर भी मौके पर पहुंच गए। कर्मचारी संघ के लोगों ने संस्थान के निदेशक डॉ. दीपक मालवीय से मिलकर मामले की शिकायत की। उनको घटना का विडियो और सीसीटीवी फुटेज दिखवाया गया। इसमें छात्र दोषी पाए गए। इसके बाद संस्थान प्रशासन ने आरोपित आठ छात्रों अरविंद राम लखन, रिशाल अहमद, अभिषेक राठी, आदित्य चंद्रा, सुनील कुमार गुप्ता, अतुल, रोहित और आरुष भारती को 15 दिन के लिए सस्पेंड कर दिया है। इन डॉक्टरों पर कार्रवाई के बाद अन्य छात्र दहशत में हैं।