राम नगरी अयोध्या में एक बेटी ने पिता के रिश्ते को कलंकित कर दिया।

कहते हैं पिता के साथ बेटी का रिश्ता बेहद खास और अनमोल होता है। बेटी अपने पिता के बहुत ही करीब होती है लेकिन आज राम नगरी अयोध्या में एक बेटी ने पिता के रिश्ते को कलंकित कर दिया। अवैध संबंधों में बाधक बन रहे पिता को बेटी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर उसका कत्ल कर दिया। मामला थाना पटरंगा के चक सरैठा गांव का है।जहां पर सुबह जब पिता चारपाई से नहीं उठा तो घर वाले परेशान हुए और उनको चारपाई पर जब जगाया तो मालूम पड़ा कि उनकी मृत्यु हो गई है और उनके गले पर रगड़ के निशान पड़े हुए हैं। आनन-फानन में गांव वालों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच करते हुए पुत्री से पूछताछ की तो पुत्री टूट गई और हत्या की बात कबूल कर ली। पिता ने उसके प्रेमी को भी गिरफ्तार कर लिया है। सीओ रुदौली डॉ धर्मेंद्र यादव के मुताबिक मृतक पिता दरबारी लाल रावत की चार पुत्रियां हैं जिनमें तीन की शादी हो चुकी है और चौथी रंजू देवी जिसकी शादी होनी अभी बाकी थी उसका गांव के ही एक रवि नाम की लड़के से अवैध संबंध चल रहा था। अवैध संबंध में बाधक बन रहे पिता को रास्ते से हटाने के लिए पुत्री ने अपने प्रेमी रवि को साथ लिया और जब पिता रात में सो गया तो बकरी बांधने वाली प्लास्टिक की रस्सी से दोनों ने अपने पिता का गला घोट कर हत्या कर दी। पुलिस ने हत्यारिन पुत्री व उसके प्रेमी रवि को गिरफ्तार कर लिया है।कहते हैं कि हर घर में बेटियां पिता की लाडली होती है। वैसे भी अक्सर यही कहा जाता है कि बेटे मां के करीब होते हैं तो बेटियां अपने पिता के। कभी नरम तो कभी गर्म अंदाज में बच्चों को अनुशासन और व्यावहारिकता का पाठ पढ़ाने वाले पापा ही नई पीढ़ियों के सपनों को पंख फैलाने का आसमान देते हैं। इसी खुले आसमान में आज बेटियां बेहिचक उड़ान भरती हैं तो पिता को गर्व होता है लेकिन जब यही बेटियां सब कुछ भूल कर शारीरिक सुख के लिए पिता की हत्या कर देती है तो पिता पुत्री की उन रिश्तो पर सवालिया निशान लग जाते हैं। जिस पर कहा जाता है की बेटी पिता की पगड़ी होती है वही पगड़ी आज एक बेटी ने राम नगरी में अपने पैरों तले कुचल दी और चंद शारीरिक सुख के लिए अपने प्रेमी के साथ मिलकर पिता की हत्या कर दी। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। सीओ रुदौली डॉ धर्मेंद्र यादव ने बताया कि पुत्री ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है कि वह गांव के ही रवि के नाम के लड़के से प्यार करती थी और जब कहीं आती जाती थी तो उसके पिता उस में बाधक बनते थे।1 दिन उसके प्रेमी रवि ने ही राय दी कि क्यों ना बाधक बन रहे पिता को रास्ते से हटा दिया जाए।प्रेमी के बहकावे में आने के बाद पुत्री ने अपने पिता को अपनी हवस मिटाने के लिए रास्ते से हटा दिया और अब सलाखों के पीछे है।

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