Uttar Pradesh News, UP News ,Hindi News Portal ,यूपी की ताजा खबरें
Uttar Pradesh

अमेठी में दिखी राहुल के पराजय की झलक : राकेश त्रिपाठी

A glimpse of Rahul defeat in Amethi

A glimpse of Rahul defeat in Amethi

 भारतीय जनता पार्टी प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के अमेठी दौरे में जगह-जगह जनता के विरोध प्रदर्शन को आगामी लोकसभा चुनावों में पराजय की आहट बताया।

2019 में अमेठी में खिलेगा कमल : राकेश त्रिपाठी

त्रिपाठी ने कहा कि राहुल गांधी समेत गांधी परिवार ने दशकों से अमेठी से संसद में प्रतिनिधित्व किया है।

अमेठी का समुचित विकास न हो पाने के कारण आम जन अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहा है।

आम नागरिक आक्रोशित है, राहुल गांधी अमेठी में राजनैतिक पर्यटन करने आते हैं।

सामान्य जनों से बतौर सांसद राहुल गांधी ने जो वादे किए थे उनके पूरा न होने से आक्रोशित जन राहुल गांधी का विरोध कर रहे है।

त्रिपाठी ने कहा कि अमेठी में राहुल के सामने मोदी-मोदी के नारे लगना वहां की वास्तविक स्थिति को स्पष्ट कर रहा है।

अमेठी के लोग अपनी भूल सुधार करना चाहते हैं।

आगामी लोकसभा चुनाव में अमेठी में कमल खिलेगा, इसके संकेत साफ दिख रहे है।

माथे पर टीका लगाकर राहुल गांधी हनुमान जी की पूजा करने का ढांेग कर रहे है।

वास्तविकता में संकट में भगवान याद आते हैं और अब राहुल गांधी को भगवान हनुमान की याद अमेठी में आई है

जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने राम और रामसेतु को कोरी कल्पना बताया था।

राम के अनन्य उपासक भक्त हनुमान राहुल गांधी का बेड़ा पार नहीं लगाएंगे।

सीएम योगी ने की कार्रवाई

आपको बता दें कि बीते दिनों में प्रदेश में सरकारी दफ्तरों को भगवा करने की लहर चल पड़ी थी।

प्रदेश के कई सरकारी विभाग को भगवा कर दिया गया था। इस मामले में सरकार की काफी किरकिरी भी हुई थी।

विपक्षी पार्टियों ने सरकार पर भगवा रंग करने के मामले में हमला भी बोला था।

लगातर किसरकिरी होने के बाद अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी के निर्देश पर

सरकार ने आखिर कार सचिव को हटा दिया।

Related posts

लखनऊ: बसपा सुप्रीमो मायावती ने सुपर स्टार पवन कल्याण के साथ किया गठबंधन

UP ORG DESK
6 years ago

UPSSSC ने निकाली 12वीं पास के लिए बम्पर भर्तीयां, जल्द करें आवेदन

Shivani Awasthi
6 years ago

बिजली की बढ़ी दरों के खिलाफ “आप” का प्रदेशव्यापी आंदोलन

Sudhir Kumar
7 years ago
Exit mobile version