आगरा |
राज्यसभा सांसद संजय सिंह ( AAP MP Sanjay Singh ) ने शोकाकुल परिजनों से मिलने के बाद कहा कि परिवार की पीड़ा हृदय विदारक है
पुलिस कस्टडी में अरुण की हत्या की गई है,
AAP MP Sanjay Singh Visits Arun Valmiki Family in Agra
आगरा पहुंच गया हूँ, अरुण वाल्मीकि जी के परिवार से मिलने उनके घर जा रहा हूँ। pic.twitter.com/H1vkY6ZzQr
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) October 20, 2021
पुलिस की निर्ममता का शिकार अरुण के शोकाकुल परिजनों से मिलने आगरा पहुंचे सांसद @SanjayAzadSln जी
पुलिस ने अरुण बाल्मीकी की हत्या की,पूरे परिवार के साथ पुलिस ने मारपीट की”
अरुण की एक मासूम बच्ची है,आदित्यनाथ जी आपकी सरकार ने इस मासूम के पिता की हत्त्या की है, इसको न्याय कौन देगा? pic.twitter.com/BDPsY0Ws02
— Aam Aadmi Party- Uttar Pradesh (@AAPUttarPradesh) October 20, 2021
आगरा के अंदर वाल्मीकि समाज के सफाई कर्मचारी अरुण की पुलिस हिरासत में मौत हो गई. इस घटना ने एक बार फिर से हाथरस कांड की पुनरावृत्ति की है और फिर से यह बताने का काम किया है कि उत्तर प्रदेश में समाज के वंचित लोगों के लिए, दलित समाज के लिए उनकी कीमत इस प्रशासन की निगाह में जानवरों से ज्यादा कुछ नहीं है. हमारी मांग है कि इस घटना की उच्च स्तरीय जांच और दोषियों पर कार्रवाई हो.
यूपी की पुलिस जीवन रक्षा करने के बजाए हत्या करने में जुटी है, आदित्यनाथ जी की सरकार "मारो और मुआवज़ा दो" की नीति पर चल रही है। पुलिस वालों की बर्खास्तगी हो , कोर्ट की निगरानी में जांच हो, परिवार को एक करोड़ मुआवज़ा और सरकारी नौकरी दी जाए। pic.twitter.com/unOZ6fi9SD
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) October 20, 2021
संजय सिंह ने कहा कि एक के बाद एक कई घटनाओं में पुलिस खुद हत्या के मामले में शामिल है. मुआवजा तक न्याय सीमित नहीं रहनी चाहिए , इंसाफ मिलना चाहिए, परिवार को एक करोड़ का मुआवजा और परिजन को नौकरी मिलनी चाहिए, जीवन की रक्षा करने वाली पुलिस हत्या की अभियुक्त बन जाएगी तो न्याय कैसे मिलेगा,
पुलिस कर्मियों पर हुई कार्रवाई पर्याप्त नहीं, दोषी पुलिसकर्मियों की होनी चाहिए बर्खास्तगी।