राजधानी लखनऊ की सीबीआई कोर्ट में पेशी पर लाये गए मुंबई बम ब्लास्ट मामले में उम्र कैद की सजा काट रहे गैंगस्टर अबू सलेम से मिलने आये उसके दो गुर्गों को पुलिस ने गिरफ्तार करने का दावा किया है। पुलिस ने पकड़े गए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे घंटों पूछताछ कर आगे की कार्रवाई की।
चौकी प्रभारी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज
- कैसरबाग कोतवाली प्रभारी डीके उपाध्याय ने बताया कि सोमवार को सुबह करीब 11:00 बजे सीबीआई की टीम सीबीआई कोर्ट में अबू सलेम को पेशी पर लाई थी।
- इस दौरान सुरक्षा के लिहाज से सघन चेकिंग अभियान चलाया गया।
- न्यायालय परिसर में चेकिंग के दौरान अबू सलेम के दो गुर्गों के बारे में पता चलते ही उनको गिरफ्तार कर लिया गया।
- इन दोनों से कैसरबाग कोतवाली में चल पूछताछ चली।
- दोनों गुर्गे आजमगढ़ के निवासी हैं।
- पूछताछ में उन्होंने अपना परिचय अबू सलेम के गुर्गे मोहम्मद सालिक पुत्र तकिउद्दीन निवासी मुबारकपुर आजमगढ़ तथा मोहम्मद आरिफ पुत्र अबु हाकिम सरायमीर आजमगढ़ बताया है।
- इस संबंध में कलेक्ट्रेट चौकी प्रभारी परमहंस ने तहरीर दी।
- सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने व धमकी के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
पुलिस को दी जान से मारने की धमकी
- पुलिस के रोकने पर दोनों गुर्गों ने दी थी जान से मारने की धमकी।
- पुलिस ने दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
- बता दें कि इस धारा के तहत सात साल से कम की सजा है इसलिए दोंनो रिहा हो गए।
- इंस्पेक्टर कैसरबाग ने बताया कि सालिक और आरिफ दोनों मिलने का प्रयास कर रहे थे।
- सालिक अबू सलेम का सगा भांजा है और आरिफ भतीजा है।
मुंबई सीरियल बम ब्लास्ट में उम्र कैद की सजा काट रहा है अबू सलेम
- गौरतलब है कि नई दिल्ली में आज जबरन वसूली में गैंगस्टर अबू सलेम की भूमिका मामले की अगली सुनवाई अब 21 नवंबर को होगी।
- अबू सलेम पर 2002 में दिल्ली के एक व्यापारी ने पांच करोड़ रुपए फिरौती मांगने का आरोप लगाया था।
- पटियाला हाउस कोर्ट ने बयानों को रिकार्ड पर लेते हुए सुनवाई को आगे बढ़ा दिया।
- इससे पहले मुंबई में 1993 के सीरियल बम ब्लास्ट मामले में अबू सलेम को उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी।
- इसमें गैंगेस्टर अबू सलेम समेत पांच लोगों को सजा दी गई है।
- मुंबई बम ब्लास्ट में 257 लोग मारे गए थे जबकि 700 से अधिक लोग घायल हो गए थे।
- इस मामले में विशेष टाडा अदालत ने डोसा और सलेम समेत छह को दोषी करार दिया था।
- 2005 में अबू सलेम का काफी कोशिशों के बाद पुर्तगाल से प्रत्यर्पण कराया गया था।