सहारनपुर मामले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का खुलकर समर्थन किया है और कहा कि सहारनपुर की हिंसा को राजनीतिक पार्टिंयां एक षडयंत्र के तहत जातीय हिंसा का रुप दे रही हैं। विद्यार्थी परिषद उनके मंसूबों को पूरा नहीं होने देगी।
- शुक्रवार को एक प्रेसवार्ता के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद(अभाविप) के राष्ट्रीय महामंत्री विनय बिद्रे ने कहा कि किसी भी प्रकार की हिंसा को सहन नहीं किया जाना चाहिये और दोषियों पर कार्यवाही होनी चाहिये।
- अभाविप प्रदेश के सर्व समाज का विशेषकर युवाओं का आह्वान करती है कि समाज को बांटने की इस साजिश को समझें और समरसतापूर्ण वातावरण के निर्माण हेतु आगे आएं।
- उन्होंने कहा कि सहारनपुर हिंसा की जांच करने शीघ्र ही विद्यार्थी परिषद का दल जायेगा।
- बिद्रें ने कहा कि आजादी के इतने वर्षों के बाद भी देश में कृषि शिक्षा की स्पष्टता नहीं है।
- देश में शिक्षा के साथ-साथ कृषि व चिकित्सा शिक्षा पर नयी नीति बनाने की जरूरत है।
- इसलिए विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद की बैठक में इस बार कृषि शिक्षा नीति पर प्रस्ताव रखे जायेंगें।
- कहा कि सस्ती सुलभ व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सभी विद्यार्थियों को उपलब्ध हो इस दिशा में विद्यार्थी परिषद में काम कर रही है।
- विद्यार्थी परिषद अब छात्र संगठन के ही नाते नहीं बल्कि सामाजिक क्षेत्रों में भी काम कर रही है।
- विकासार्थ विद्यार्थी प्रकल्प के तहत विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता पानी, तालाब व नदियों पर काम कर रहे हैं।
- इसी तरह सामाजिक अनुभूति के तहत एक लाख गांवों तक विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता पहुंचे।
- अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री ने कहा कि डा. भीमराव अम्बेडकर वामपंथी विचारधारा के घोर विरोधी थे।
- वह कहा करते थे कि वामपंथी जंगल की आग की तरह हैं।
- उन्होंने कहा कि जेएनयू वामपंथियों का गढ़ है।
कई मुद्दों पर होगी चर्चा
-
राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद में विभिन्न विषयों पर कुछ प्रस्ताव भी लाये जायेंगे जिनमें शहरी नक्सलवाद, केरल में, वामपंथी हिंसा, निजी विद्यालयों द्वारा मनमानी फीस उगाही, नदी संरक्षण विषय प्रमुखता से रहेंगे।
-
शहरों में बैठे सफेदपोश नक्सलियों पर हो कठोर कार्यवाही
-
जिहादी व कट्टरपंथियों की आपूर्ति का केन्द्र बना पश्चिम बंगाल
-
जल संरक्षण
-
कृषि शिक्षा नीति व चिकित्सा शिक्षा नीति बनायी जाये
-
केरल में वामपंथी हिंसा रोकने हेतु केन्द्र सरकार करे हस्तक्षेप
-
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग में हों सुधार
-
उत्तर प्रदेश की वर्तमान शैक्षिक और सामाजिक स्थिति
-
उन्होंने कहा कि सहारनपुर में हुए राजनैतिक झगड़े को जातीय रंग देने की साजिश समाज के समक्ष है।
-
किसी भी प्रकार की हिंसा को सहन नहीं किया जाना चाहिए और दोषियों पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए।
-
अभाविप प्रदेश के सर्व समाज का विशेषकर युवाओं का आह्नान करती है कि समाज को बांटने की इस साजिश को समझें और समरसतापूर्ण वातावरण के निर्माण हेतु आगे आयें।
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें