उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में वन माफियाओं के हौसले बुलंद है। राज्य सरकार और विभागीय उच्चाधिकारियो के दावों को खोखला साबित करते हुए वन माफिया कुछ वनकर्मियों की मिली भगत से बेशकीमती लकड़ी वाले पेड़ काट रहे हैं। वन माफियाओं की इस करतूत से जहां वन विभाग को चूना लग रहा है और जंगल से हरियाली गायब होती जा रही है तो वहीँ दूसरी ओर आरोप है कि जिनके कंधों पर देखभाल की जिम्मेदारी है, वे ही अवैध कटान करा वाहनों में लकड़ी लदवा रहे हैं। यहीं नहीं सबूत मिटाने को वन में आग लगाने और पेड़ की जड़ तक गायब कर देने तक का खेल रहे हैं एक शिकायतकर्ता ने इसकी शिकायत मुख्य वन संरक्षक से की है।
अनेक प्रजतियों के हैं पेड़ :
यूपी के अमेठी जिले के थाना क्षेत्र शुकुल बाजार अन्तर्गत सरकारी वनक्षेत्र में अनेक प्रजातियों के पेड़ हैं। इन बहुमूल्य क्षेत्र में वन माफिया के लिए बड़े पैमाने पर वनों का अवैध कटान खूब फल-फूल रहा है। पूर्व प्रधान दल बहादुर सुत सिंह राम पियारे सिंह निवासी पनही मजरे मांझ गाँव ने आरोप लगाया कि 8 सितम्बर को मांझगाँव वन क्षेत्र में बाबा के कुटी (गाटा संख्या 11) के पास तीन अदद पुराने पेड़ की लकड़ी काटने के बाद डम्प कर क्षेत्र से बाहर चोरीे से बेचने के लिए रखी गई थी।
ग्रामीणों ने पकड़ी अवैध कटान :
जानकारी होने पर ग्रामीणों ने फोन कर वन विभाग को सूचना दी। सूचना के घंटों बाद वन विभाग के दरोगा पहुंचे और शीशम की लकड़ी को ग्रामीणों ने वन विभाग को सौंप दी। वन विभाग ने शीशम की लकड़ी से को वन रेंज के गोदाम में लाया गया। ग्रामीणों ने बताया कि लकड़ी की अवैध कटान की चोरी का सुबूत भी विभाग को सौंपा गया है।
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वाचमैन पर है आरोप :
शिकायतकर्ता दल बहादुर सिंह ने आरोप लगाया कि एक स्थानीय वाचमैन और कुछ वनकर्मी वन माफियाओ की मदद और चोरी से लकड़ी काटकर बेच रहे हैं। उन्होंने बताया कि अभी कुछ दिन पूर्व ही अवैध लकड़ी कटान को पकड़कर वन विभाग को सौंपा गया है लेकिन विभागीय अधिकारियो ने अब तक गैरजिम्मेदार वाचमैन पर कोई कार्यवाही नही की है। आरोप ये भी है कि कोई सबूत न रहे इसके लिए जंगल में आग लगा दी जाती हैं और काटे गए पेड़ की जड़ तक गायब कर देते हैं जिससे पेड़ के काटे जाने का पता भी नहीं चलता।
क्या बोले बोले जिम्मेदार :
वही इस मामले को लेकर रेंजर मुसाफिरखाना वनक्षेत्र संजय सिंह ने बताया कि उक्त मामले में दो व्यक्तियों के खिलाफ विभागीय मामला दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।