उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में तिरंगा यात्रा के दौरान हिंसा में चंदन की मौत के बाद मंगलवार को भी छिटपुट घटनाओं का दौर जारी रहा. जबकि सोमवार को भी कई इलाकों में आगजनी की घटनाएं हुई. कुछ बंद पड़ी कुछ दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया, कहीं पुलिस ने सब्जी खरीद रहे लोगों को पीटा. हालांकि चंदन की हत्या का आरोपी शकील अभी भी फरार है, जबकि उसके घर से तलाशी के दौरान पुलिस ने देशी बम और पिस्टल बरामद की है. पुलिस लगातार सघन तलाशी अभियान चलाकर दोषियों को पकड़ने की कोशिश में जुटी हुई है. वहीँ इस हिंसा के पीछे साजिश के अंदेशे ने अफसरों की नींद उड़ा दी है.
चन्दन के हत्यारों का पता नहीं
कासगंज में दर्ज 7 मुकदमों में अभी तक 33 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि शांति व्यवस्था भंग करने के आरोप में 81 लोगों को पकड़ा गया है. पुलिस ने अबतक 114 को गिरफ्तार किया है. आज भी पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. लेकिन चन्दन की हत्या के आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्तार के बाहर हैं. पुलिस छानबीन में जुटी हुई है लेकिन नसीम, वसीम और सलीम फरार हैं.
कासगंज हिंसा से निपटने का सुरक्षा खाका तैयार:
हिंसक घटनाओं व आगजनी पर अंकुश लगाने के लिए जिला प्रशासन ने अब एक अभेद्य प्लान तैयार कर लिया है. डीएम के नेतृत्व में अन्य 120 जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ एक मंथन सभा का आयोजन किया जा रहा है. इन सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को मजिस्ट्रेटियल पावर दी गई और पूरे शहर को 60 सेक्टरों में बांटा गया है. प्रत्येक अधिकारी की 12 घंटे की ड्यूटी रहेगी. एक सेक्टर एक अधिकारी दिन में व एक अधिकारी रात में रहेगा तैनात. वहीँ सीएम योगी भी इस हिंसा के मामले पर उच्च अधिकारियों के साथ वीडियो कोंफेरेंसिंग कर अधिकारियों को निर्देश देंगे कि जिले में शांति व्यवस्था किस प्रकार कायम की जाये और इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृति न हो सके.