उत्तर प्रदेश की 17वीं विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही से पहले सदन में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी की टेबल के नीचे से विस्फोटक पदार्थ PETN मिला था। जिसके बाद मामले की जांच NIA को सौंप दी गयी है। वहीँ सदन की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर सूबे के ADG कानून-व्यवस्था ने बैठक(ADG LO meeting) बुलाई थी।
ADG कानून-व्यवस्था की बैठक(ADG LO meeting):
- विधानसभा के सदन में PETN मिलने के बाद शुक्रवार को ADG लॉ एंड आर्डर आनंद कुमार ने बैठक बुलाई है।
- बैठक में लखनऊ जोन के सभी अधिकारियों को बुलाया गया है।
- साथ ही ही बैठक में ATS की एक टीम भी मौजूदा है।
- बैठक में एटीएस आईजी असीम अरुण,
- एसटीएफ,
- इंटेलिजेंस अधिकारी,
- आईजी,
- डीआईजी,
- एडीजी लखनऊ ज़ोन मौजूद हैं।
कैसे पहुंचा होगा विस्फोटक(ADG LO meeting):
- विधानसभा के गेट पर सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं।
- मेटल डिटेक्टर के साथ सुरक्षाकर्मी खड़े रहते हैं।
- लेकिन हैरानी की बात ये है कि मल्टी लेयर सुरक्षा घेरे को तोड़कर कोई विस्फोटक लेकर कैसे पहुँच गया?
- वहीँ इस पूरे घटनाक्रम में साजिश से इंकार भी नहीं किया जा सकता है।
- इस प्रकार की वारदात के बाद सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
- विस्फोटक नीले रंग के पॉलीथीन में रखा गया था।
- जब राजधानी स्थित विधानसभा सुरक्षित नहीं है तो पूरे प्रदेश में सुरक्षा के प्रबंध कैसे होंगे?
- ATS को इस मामले में जाँच के आदेश दिए गए हैं।
- 2011 में दिल्ली हाईकोर्ट के बाहर हुए धमाके में PETN का इस्तेमाल किया गया था।
- ये एक गंधहीन पदार्थ होता है और इसको X-रे मशीन भी नहीं पकड़ पाती है।
- ये छोटी से छोटी मात्रा में बढ़ा धमाका कर सकता है।
- वहीँ ये भी बात सामने आई है कि सदन के भीतर जाने वालों की तलाशी नहीं होती है।
- ऐसे में सुरक्षा में हुई इस चूक की जवाबदेही किसकी होगी?
विधानसभा की सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला(ADG LO meeting):
- यूपी विधानसभा में विस्फोटक मिलने के बाद हर कोई सकते में हैं।
- वहीँ विधानसभा की सुरक्षा में सेंध का यह सबसे बड़ा मामला है।
- मामले में पुलिस की लापरवाही उजागर हो गयी है।
- जिसके बाद सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि, इतनी भारी सुरक्षा के बीच विस्फोटक पदार्थ विधानसभा में पहुंचा कैसे?
विधानसभा में टेबल के नीचे मिला था विस्फोटक(ADG LO meeting):
- गुरुवार को यूपी विधानसभा में अब तक की सबसे बड़ी चूक सामने आई है।
- जिसके बाद मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को बैठक का आयोजन किया है।
- 12 जुलाई को मानसून सत्र के दौरान टेबल के नीचे विस्फोटक मिला था।
- फॉरेंसिक जांच में PETN विस्फोटक की पुष्टि की गयी है।
- गौरतलब है कि, PETN पदार्थ का प्रयोग आतंकियों द्वारा ट्रेन में धमाके के लिए किया गया था।
- ज्ञात हो कि, चेकिंग के दौरान डॉग स्क्वाड भी विस्फोटक को सूंघ नहीं सका था।
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