उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिला में अपने साथी की पिटाई से आग बबूला हुए वकीलों ने गुरुवार को जमकर तांडव किया। गुस्साए वकीलों ने जिला न्यायालय में काम बंद कर दिया और हड़ताल पर चले गए। बताया जा रहा है कि वकील आरोपी पुलिस कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
गाजियाबाद कोर्ट में वकील और पुलिस में झड़प की खबर मिलने के बाद जब मीडियाकर्मी हंगामे की कवरेज करने पहुंचे तो कुछ वकीलों ने मीडियाकर्मियों के कैमरे तोड़ने का प्रसाय करते हुए कैमरामैनों के साथ दुर्व्यवहार किया। वकीलों के तांडव के बाद पुलिस बैकफुट पर आ गई। एसएसपी ने वकील के साथ मारपीट करने वाले चारों दोषी पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं।
गौरतलब है कि बुधवार शाम जनपद न्यायालय परिसर में प्रैक्टिस करने वाला एक वकील विजय नगर क्षेत्र के एक ढाबे पर खाना खा रहा था। इस दौरान खाने की गुणवत्ता को लेकर वकील और ढाबा संचालक में कहासुनी हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस वकील को अपने साथ थाने ले गई। वकील का आरोप है कि उसने ही 100 नंबर पर कॉल किया था और पुलिस उसी को उठाकर थाने ले गई। साथ ही उसकी पिटाई भी की। सुबह न्यायालय परिसर में इस मुद्दे पर वकीलों की बैठक हुई।
बैठक में हड़ताल पर जाने और आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई। वकील आज एसएसपी दफ्तर में अपनी मांगों को लेकर गए थे तभी ये हंगामा शुरू हुआ। वकीलों ने पहले एसएसपी ऑफिस के सामने हंगामा किया। साथ ही सड़क जाम करने का भी प्रयास किया। इससे से भी जब वकीलों का मन नहीं भरा तो बाद में कचहरी चौकी इंचार्ज की पिटाई कर दी और एसपी सिटी से अभद्रता की गई। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी वकीलों पर लाठी चार्ज कर दिया।