राजधानी लखनऊ के बक्शी का तालाब (बीकेटी) तहसील में कुछ अधिवक्ता अपने पद का दुरपयोग कर दादागिरी और गुंडागर्दी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। आरोप है कि ये वकील इससे पहले लेखपाल सहित कई लोगों के साथ तहसील परिसर में मारपीट कर चुके हैं। मारपीट का ताजा मामला एक बार फिर तहसील परिसर में प्रकाश में आया है। आरोप है कि अधिवक्ताओं ने लेखपाल के हस्ताक्षर और सत्यापन के बिना ही ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना’ के अंतर्गत कुछ किसानों के फार्म डाटा ऑपरेटर पर दबाब बनाकर फीडिंग करवानी चाही। डाटा ऑपरेटर ने जब इसका विरोध किया तो उसके बाद अधिवक्ताओं ने उसके साथ मारपीट कर जान से मारने की धमकी देते हुए फीडिंग कार्य बंद करवा दिया। काफी देर तक चले हंगामे के बाद मामला शांत हुआ तो पीड़ित ने इसकी सूचना पुलिस को दी। साथ की उपजिलाधिकारी और पुलिस से लिखित शिकायत की। पीड़ित की तहरीर के आधार पुलिस पुलिस ने दोनों दबंग अधिवक्ताओं के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कर मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं पीड़ित डेटा ऑपरेटर दहशत में है।
पीड़ित संतोष कुमार यादव (प्राविधिक सहायक कृषि विभाग) द्वारा उप जिलाधिकारी बख्शी का तालाब को दी गई शिकायत के अनुसार ‘मुख्यमंत्री की एक महत्वाकांक्षी ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना’ के अंतर्गत तहसील बख्शी का तालाब में प्रशासन के आदेश के अनुसार कृषि विभाग के प्राविधिक सहायकों द्वारा पूरी लगन एवं निष्ठा के साथ संयम सीमा के समय सीमा के अंतर्गत लक्ष्य की प्राप्ति में पूर्ण सहयोग के साथ कार्य किया गया। लेकिन 28 फरवरी को जिन किसानों की फीडिंग का कार्य रह गया था उसकी फीडिंग के कार्य में संतोष यादव प्राविधिक सहायक द्वारा सहयोग दिया जा रहा था। तभी दोपहर के समय में वकील कंप्यूटर कक्ष में आए और लेखपाल के हस्ताक्षर सत्यापन के बिना प्रार्थना पत्र फीडिंग कराने के लिए डाटा ऑपरेटर को फीड कराने के लिए दबाव डालने लगे। जब पीड़ित संतोष यादव ने सलाह दी कि लेखपाल के द्वारा भूमि का सत्यापन के उपरांत ही डाटा फीड होता है। इसलिए आप लोग लेखपाल को भूमि सत्यापन के लिए आवेदन पत्र दे दे उसके उपरांत फील्डिंग कर दी जाएगी। इस पर उन लोगों ने पीड़ित के साथ मारपीट की एवं डाटा फीडिंग कार्य बंद करा दिया। जिससे सभी कृषि प्राविधिक सहायक का मनोबल गिर गया तथा राजकीय कार्य में असंतोष का माहौल बन गया है। तहसील में इस स्तर की स्थिति को रोकने के लिए वकील अनिल द्विवेदी एवं राजीव के विरुद्ध पीड़ित ने कार्यवाही करने की मांग के लिए पीड़ित ने उपजिलाधिकारी को ‘अधीनस्थ कृषि सेवा संघ’ के बैनर तले संगठन के जिलाध्यक्ष फईम अख्तर के नेतृत्व में अन्य सहायकों के साथ धरना देकर शिकायती पत्र दिया। सहायकों ने कहा कि अगर कोई कार्यवाही नहीं हुई तो 6 मार्च 2019 से सभी को आंदोलन करना पड़ेगा।’
हालांकि थाना प्रभारी बख्शी का तालाब ने बताया कि संतोष कुमार यादव पुत्र राम बाबू यादव प्राविधिक सहायक कृषि विभाग निवासी मूल पता नूरपुर पोस्ट भिठौली मानपुर सीतापुर का हालपता तहसील परिसर बीकेटी लखनऊ द्वारा बताया गया कि 28 फरवरी को तहसील बख्शी तालाब परिसर में कंप्यूटर कक्ष में प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के अंतर्गत कों के डाटा फीडिंग का कार्य किया जा रहा था। उसी समय अधिवक्ता अनिल कुमार द्विवेदी और राजीव को मेरे द्वारा अभिलेख जो लेखपाल के सत्यापन के उपरांत डाटा फीडिंग लिए बताया वह आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग करते हुए मुझे मारने पीटने लगे और धमकी देते हुए बंद करा दिया। इस संबंध में मुकदमा अपराध संख्या 140/19 धारा 323/504/506/332 अज्ञात अज्ञात पंजीकृत किया गया है। जिसकी विवेचना की जा रही है।
इनपुट – ज्ञानेंद्र
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