सोमवार 10 जुलाई को जम्मू कश्मीर में अमरनाथ यात्रा से लौट रहे यात्रियों पर हुए आतंकी हमले के बाद देश भर में लोगों में गुस्सा देखने को मिल रहा है. कानपुर में वकीलों ने हड़ताल कर अपना विरोध दर्ज कराया. बार एसोसिएशऩ भवन के बाहर वकीलों ने पाकिस्तान और आतंकवाद के विरोध में जमकर नारेबाजी की. वकीलों का कहना है कि इस तरह की घटना की जितनी भी निन्दा की जाए वह कम है. अमरनाथ यात्रियों पर हमला पाकिस्तान पोषित आतंकियों की कायराना हरकत है. केन्द्र सरकार को आतंकियों से सख्ती से निपटना चाहिए.

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अमरनाथ यात्रियों पर कब-कब हुए हमले:

  • 2000: पहलगाम बेस कैंप पर आतंकियों ने हमला कर दिया था.
  • इस हमले में 30 श्रद्धालु मारे गए और 60 से ज्यादा घायल हुए थे.
  • ये अबतक का सबसे बड़ा आतंकी हमला था.
  • 2001: यात्रियों के एक कैंप पर आतंकियों ने दो हथगोले फेंके थे.
  • जिसमें 12 श्रद्धालु मारे गए और 15 लोग घायल हुए थे.
  • 2002: जुलाई में आतंकियों ने जम्मू के पास श्रद्धालु पर हथगोला फेंका और फिर गोलियां चलाईं थी.

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  • इस आतंकी हमले में 2 श्रद्धालु मारे गए और 2 घायल हुए थे.
  • 2002: एक बार फिर अगस्त में जम्मू कश्मीर में अमरनाथ यात्रियों के एक कैंप पर आतंकियों ने हमला कर दिया था.
  • इस हमले में 10 से ज्यादा श्रद्धालु मारे गए और 30 घायल हुए थे.
  • 2006: आतंकियों ने एक बार फिर अमरनाथ यात्रियों को निशाना बनाया था.
  • इस हमले में एक श्रद्धालु की मौत हो गई थी.

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