उत्तर प्रदेश के कानपुर जिला के बिल्हौर और घाटमपुर न्यायिक क्षेत्र को कानपुर नगर से जोड़े जाने की मांग को लेकर अधिवक्ताओं ने मुख्यमंत्री को खून से लिखकर पत्र भेजा है। इससे पहले अधिवक्ताओं ने कोर्ट के बाहर धरना प्रदर्शन करते हुए अपने गुस्से का इजहार किया। इस दौरान भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।
बिल्हौर,घाटमपुर न्यायिक क्षेत्र को वापस कानपुर नगर में लाने के लिए अधिवक्ताओ ने सोमवार को कचहरी के बाहर धरना प्रदर्शन किया। अधिवक्ताओं ने अपनी मांगों के समर्थन में जहां नारेबाजी की, वही प्रदेश सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया।
अधिवक्ताओं ने खून से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर न्यायिक क्षेत्र कानपुर नगर जनपद एवं सत्र न्यायालय से जोड़ने की मांग की। अधिवक्ताओं का कहना था कि बिल्हौर व घाटमपुर न्यायिक क्षेत्र को कानपुर नगर से अलग किए जाने से अधिवक्ताओं व वादकारियों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
जनवादी अधिवक्ता मंच के अध्यक्ष रविन्द्र शर्मा एडवोकेट ने बताया कि कानपुर जिला एवं सत्र न्यायालय में प्रैक्टिस कर रहे अधिवक्ताओं को घाटमपुर, बिल्हौर के मुकदमों के लिए 40 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। ऐसे में उनके अन्य मुकदमे प्रभावित होते हैं। इसी वजह से बिल्हौर, घाटमपुर न्यायिक क्षेत्र को कानपुर जिला एवं सत्र न्यायालय से जोड़ने की काफी समय से अपील की जा रही है।