देश को खुले में शौच से मुक्त कराने और हर घर में शौचालय बनाने की बात प्रधानमंत्री मोदी करते हैं। वहीँ दूसरी ओर उनके अधिकारी अपने-अपने कार्यक्षेत्रों में जाकर सभी घरों में हरहाल में शौचालय की व्यवस्था कराने का दम भरते हैं, लेकिन हकीकत में यह सब महज बयानबाजी ही साबित हो रहा है। सच्चाई यह है कि नए शौचालय बनाने के लिए पुराने शौचालय तोड़ भी दिए जाते हैं और नए को बीच में ही आधा-अधूरा छोड़ दिया जाता है। जिससे लोगों की समस्या कम होने के बजाये बढ़ जाती है।
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अधूरा है निर्माण
- राज्य सडक़ परिवहन निगम के अमौसी कार्यशाला में इन दिनों चालक-परिचालकों के लिए शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं है।
- परिवहन मंत्री के निर्देश पर कार्यशाला का पुराना शौचालय मरम्मत के लिए तोड़ दिया गया।
- और नए शौचालय का निर्माण बीच में ही छोड़ दिया गया है।
- कई बार निगम प्रबंधन से यूनियन नेताओं ने शिकायत भी दर्ज की, लेकिन हुआ कुछ भी नहीं।
- परिवहन निगम मुख्यालय पर सेंट्रल रीजनल वर्कशाप कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने एएमडी से इसकी शिकायत की।
- तो एएमडी ने रोडवेज अफसरों को लताड़ते हुए तत्काल अधूरे पड़े निर्माण कार्य को पूरा कराने के निर्देश दिए।
- इसके बाद हरकत में आए अधिकारियों ने मंगलवार से निर्माण कार्य शुरू कराने की बात कही है।
- जून महीने में सेंट्रल रीजनल वर्कशाप कर्मचारी संघ के प्रांतीय महामंत्री जसवंत सिंह ने स्वच्छता संकल्प अभियान चलाया था।
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डिपो को साफ-सुथरा रखने का लिया संकल्प
- इसके तहत अमौसी स्थित कार्यशाला में डिपो को साफ-सुथरा रखने का संकल्प लिया।
- यहां पर कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें परिवहन मंत्री शिरकत नहीं कर पाए।
- लेकिन, भाजपा सांसद कौशल किशोर के साथ ही रोडवेज अधिकारियों की मौजूदगी रही थी।
- डिपो में झाड़ू लगाने के साथ ही पौधारोपण कार्यक्रम भी संपन्न हुआ था।
- सूबे के परिवहन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार स्वतंत्र देव सिंह से शौचालय की मरम्मत कराने का अनुरोध किया था।
- इसके बाद मंत्री ने तत्काल आदेशित किया कि यहां पर नए शौचालय का निर्माण जल्द कराया जाए।
- मंत्री के आदेश पर जून महीने में ही पुराने शौचालय तोड़ दिए गए और नए का निर्माण कार्य भी शुरू हो गया।
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- कुछ दिन तक निर्माण कार्य चलता रहा, लेकिन बीच में ही अचानक काम बंद कर दिया गया।
- दो महीने से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद अब तक शौचालय अधूरे ही पड़े हैं।
- शौचालय न होने से दैनिक क्रियाओं में सैकड़ों चालकों-परिचालकों को काफी समस्याएं हो रही हैं।
- सोमवार को मुख्यालय पर यूनियन के प्रांतीय अध्यक्ष त्रिलोकी व्यास ने अपर प्रबंध निदेशक राम गणेश को इस बाबत अवगत कराया।
- तो एएमडी ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए अधिकारियों को जल्द से जल्द अधूरे पड़े शौचालय को पूरा करने का आदेश दिया गया।
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