लव जिहाद के विरोध की तर्ज पर अब विश्व हिंदू परिषद ‘लैंड जिहाद’ के खिलाफ अभियान चलाएगा. विहिप का मानना है कि एक वर्ग विशेष के लोग लैंड जिहाद को एक साजिश के तहत बढ़ावा दे रहे हैं. आरोप है कि सरकारी जमीन पर, धार्मिक स्थल और धार्मिक आयोजन के नाम पर कब्जा कर देश विरोधी गतिविधि संचालित करने का भी वीएचपी ने शक जताया है. इसके साथ ही बहुसंख्यकों के रिहायशी इलाके में भी ‘लैंड जिहाद’ के नाम पर मकानों और जमीनों को खरीदकर घुसपैठ करने का आरोप है. मेरठ में रविवार को इसी तरह के मुद्दे पर विरोध के बाद एक संप्रदाय विशेष के व्यक्ति को खरीदा हुआ मकान वापस करना पड़ा.
लव जिहाद के बाद लैंड जिहाद
- बता दें कि अभी तक मुस्लिम युवकों पर हिंदू लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाकर शादी करने और धोखा देने के आरोप लगते रहे हैं.
- इसे वीएचपी, बजरंग दल सकई हिंदू संगठनों ने लव जिहाद का नाम दिया है.
- देश समेत वेस्ट यूपी में लव जिहाद के आरोप लगाकर हिंदू संगठनों द्वारा प्रेमी युगल के साथ मारपीट करने के मामले सामने आ चुके हैं.
- वीएचपी का आरोप है कि लव जिहाद की तरह अब ‘लैंड जिहाद’ को बढ़ावा दिया जा रहा है.
- इससे बचने के लिए लोगों में जागरुकता लाने का काम वीएचपी कर रहा है.
- हिन्दूवादी नेताओ का आरोप है कि ‘लैंड जिहाद’ के नाम पर हिंदू बहुल्य इलाकों में एक-दो मुस्लिम साजिश के तहत बाजार के रेट पर अधिक पैसे का लालच देकर मकान, दुकान या जमीन खरीद लेते हैं.
- बाद में अपने संप्रदाय के और लोगों को भी वहीं पर मकान आदि दिलवा देते हैं.
- दोनों संप्रदाय के लोगों का रहन-सहन और खान-पान का तरीका एकदम अलग है.
- इसकी वजह विवाद शुरू हो जाता है, यही नहीं तय धनराशि भी नहीं अदा करते हैं.
- विवाद से क्षेत्र का माहौल खराब करने लगते है और हिंदुओं को इलाके से जाने पर मजबूर कर देते हैं.
मेरठ में मामले ने पकड़ा तूल
- वीएचपी के सह प्रांत संगठन मंत्री सुदर्शन महाराज का कहना है कि ‘लैंड जिहाद’ फिलहाल तेजी से बढ़ रहा है.
- एक साजिश के तहत सरकारी जमीन, पार्क, चौराहे पर मजार बनाकर धार्मिक आयोजन की आड़ में कीमती जमीनों पर कब्जा किया जा रहा है
- कुछ दिन बाद ऐसे ही कब्जा की गई जमीनों पर देश विरोधी गतिविधियों का संचालन किया जाता है
- सुदर्शन महाराज का दावा है कि वेस्ट यूपी के बिजनौर में पहले ऐसे 2 मामले पकड़ में आ चुके हैं.
- इसके लिए वीएचपी जानकारी जुटाकर प्रशासन और सरकार को मुहैया करा देता है, जिससे ‘लैंड जिहाद’ को रोका जा सके और ऐसे कब्जा की गई जमीन को मुक्त कराया जा सके.
- उनका कहना है कि जहां-जहां मुस्लिमों की आबादी बढ़ी है वहां विवाद भी बढ़े हैं, जबकि हिंदू आबादी बढ़ने वाले इलाकों में ऐसा नहीं है वहां मुस्लिम सुरक्षित रहते हैं.
- उनका कहना है कि हिंदुओं के रिहायशी इलाकों में सामाजिक तौर पर लोगों को संप्रदाय विशेष से लोगों को मकान-दुकान लेकर नहीं रहने देना चाहिए.
- दरअसल , मेरठ में एक मामला सामने आया कि मेरठ के कोतवाली इलाके का माली पाड़ा हिंदू बाहुल्य क्षेत्र माना जाता है.
दो समुदाय हुए आमने-सामने
- यहां पर एक संजय रस्तोगी का पुराना मकान हैं.
- उन्होंने इस मकान को इस्माइल नगर निवासी नौमान अली को बेच दिया था.
- रविवार की देर शाम संजय अपने मकान का कब्जा दिलाने के लिए नौमान को लेकर मालीवाड़ा पहुंचे.
- लोगों को पता चला कि संजय रस्तोगी ने गैर समुदाय के व्यक्ति को मकान बेच दिया.
- इस सूचना पर बीजेपी और हिंदू संगठन के पदाधिकारी पहुंचे, जिसके बाद उन्होंने गैर संप्रदाय के व्यक्ति को मकान बेचने का विरोध किया तो मकान खरीदने वाले व्यक्ति ने कहा कि उस को उस के पैसे वापस दे दिए जाये.
- जिस का इलाके वालों महीने का वक्त भी दिया गया है की उस के पैसे वापस दिए जाएँ.
- हालाँकि इलाके वालों का इस बारे में अलग अलग कहना है कि ये हिन्दू बाहुल्य इलाका है, इसलिए मुस्लिम को मकान नहीं लेने दिया जायेगा.
- कुछ का कहना है कि पहले से मकान मालिक को बात करनी चाहिए थी और कुछ का कहना है कि अपने मकान की कीमत को बढ़ाने के लिए कुछ लोग ऐसा कर रहे है कि कीमत ज़्यादा दो नहीं तो मकान दूसरे धर्म के लोगो को बेच देंगे.
- हालाँकि ये मेरठ का एक पुराना इलाका है जहाँ सालो से मंदिर और मस्जिद करीब करीब है और कुछ मुस्लिम परिवार भी इस इलाके में रहते है जिन लोगों का कहना है कि उसको यहाँ कोई परेशानी नहीं है.
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