देश के कई बड़े शहरों में प्रदुषण की समस्या दिन ब दिन तेज़ी से बढ़ती जा रही है. इस दौरान केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भारत के 10 बड़े शहरों में प्रदूषण के ताज़ा आंकड़े जारी किये हैं. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी इन आंकड़ों के मुताबिक देश के 10 बड़े शहरों में प्रदूषण के मामले में ताज नगरी आगरा 7 वें स्थान पर है. हालांकि ये स्थान ताज नगरी आगरा के दामन पर एक बदनुमा है. लेकिन इस सच्चाई को भी नाकारा नही जा सकता की केंद्र और प्रदेश सरकार भी ताज नगरी आगरा में प्रदूषण को रोकने में नाकाफी साबित हो रही है.
अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों का पसंदीदा पर्यटन स्थल है आगरा-
- केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने देश के 10 बड़े शहरों में प्रदुषण के ताज़ा आंकड़ों दिए हैं.
- गौरतलब हो कि देश के 10 बड़े शहरों में प्रदूषण के मामले में ताज नगरी आगरा 7 वें स्थान पर है.
- बता दें कि ताज नगरी आगरा अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों का पसंदीदा पर्यटन स्थल है.
- जहाँ ताजमहल के अलावा अन्य कई ऐतिहासिक इमारतें भी मौजूद हैं.
- जिनके चलते विदेशी पर्यटकों का यहाँ आवागमन लगा रहता है.
- ऐसे में केंद्र और यूपी सरकार के तमाम प्रयास और वायदों के बावजूद भी यहाँ प्रदूषण का स्तर कम होने का नाम नहीं ले रहा है.
- इस दौरान बीएसपी के पूर्व विधायक डॉक्टर धर्मपाल सिंह द्वारा आगरा में प्रदूषण के मामले को लेकर विधानसभा में कई बार सवाल भी उठाये गये.
- लेकिन पूर्व की सरकारें और मौजूदा सरकार भी ताज नगरी आगरा में प्रदूषण को रोकने में नाकाफी साबित हो रही है.
सामाजिक संस्थाओं के प्रयास भी धरातल पर काम नहीं आए-
- प्रदूषण के मामले में ताज नगरी आगरा को देश के 10 बड़े शहरों में 7 वें स्थान मिला है.
- इन आंकड़ों को लेकर आगरा के लोग काफी चिंतित हैं.
- केंद्र और प्रदेश सरकार के साथ आगरा के तमाम सामाजिक संस्थाओं ने प्रदूषण रोकने के काफी प्रयास किए थे.
- लेकिन सामाजिक संस्थाओं के यह प्रयास भी धरातल पर काम नहीं आए.
टी टी जेड योजना बनाकर इंडस्ट्री को किया गया आगरा से बाहर-
- प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में आगरा में 24 घंटे बिजली सप्लाई देने की बात कही गई थी.
- लेकिन इसके बाद भी आगरा में बिजली कटौती बदस्तूर जारी है.
- प्रदूषण नियंत्रण को लेकर भी टी.टी जेड योजना बनाकर आगरा से इंडस्ट्री को बाहर किया गया था.
- लेकिन इसके बावजूद वायु प्रदूषण के स्तर में कोई सुधार नहीं हुआ.
- ऐसे में अब सवाल यह उठता है कि सरकारों कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठा पा रही हैं.
- जिससे तेज़ी से बढ़ रहे इस प्रदूषण पर लगाम लगे जा सके.
- आगरा के ही एक चिकित्सक डॉ अमित गुप्ता ने बताया कि मुताबिक वायु प्रदूषण से सीने में इंफेक्शन हो सकता है.
- इसके साथ ही इससे स्वास नली में समस्या और दमे की बीमारी भी पैदा होती है.
- उन्होंने कहा कि तेज़ी से बढ़ रहे इस प्रदुषण को रोकने की जनता की भी बड़ी जिम्मेदारी बनती है.
- जिसके तहत जनता को कूड़ा जलाने से लेकर धुँआ फैलने वाले सारे प्रयासों को खुद समाप्त करना होगा.
- तभी इस प्रदूषण पर नियंत्रण पाया जा सकता है.