पुलिस को आपने हथियारों से बदमाशों से लोहा लेते हुए देखा होगा, लेकिन आगरा में एक ऐसा थाना है जहाँ पुलिस के हाथो में आधुनिक बंदूक की जगह लोहे के चिमटे होते है। थाने की पुलिस के लिए अपराधी नहीं बल्कि जहरीले बिच्छू परेशानी का सबब या दुसरे शब्दों में कहें तो आतंक बने हुए हैं। आगरा का मनसुखपुरा थाना जहरीले बिच्छुओं के लिए जाना जाता है।
क्या है पूरा मामला :
- यूपी सरकार उत्तर प्रदेश पुलिस को मॉडर्न बनाने के लिए लगातार गाड़ियों से लेकर हथियारों में बड़े खर्च कर रही है।
- लेकिन उनके दावों की असली पोल आगरा का थाना मनसुखपुरा खोलता दिख रहा है।
- कभी दस्सुओं के क्षेत्र के रूप में जाने जाना वाला मनसुखपुरा इलाके में एक थाने का गठन हुआ था।
- आज दस्यु तो नही हैं लेकिन थाने में पुलिस के मुसीबत बिच्छू बन चुके हैं।
- आज जहाँ उप्र पुलिस के दिग्गज अधिकारी आधुनिक संचार और हथियार प्रणाली पर अपनी पीठ थपथपाते दिखते हैं।
- तो वहीँ उनके सभी दावों पर सवालिया निशाँ मनसुखपुरा थाना लगा देता है।
- दरअसल आगरा के सीमावर्ती थाना मनसुखपुरा में बिच्छू जैसे खतरनाक और जहरीले कीड़ो का आतंक है।
- यहाँ कभी वर्दी तो कभी आपके जूते और जुराबों से जहरीले बिच्छू निकल आये तो हैरानी नहीं होगी।
- यह स्थिति यहाँ तैनात हर पुलिस कर्मी रोज देखता है।
- ना चाहते हुए भी खुद को इस खतरे के साथ जीने की आदत डाल चुका है
- इस थाने के लिए सबसे खतरनाक मौसम बरसात का होता है।
- इस मौसम में यहाँ हर रोज 50 से 60 जहरीले बिच्छू निकलते हैं।
- आम दिनों में दो से पांच जहरीले बिच्छू आपको थाने में आसानी से घुमते दिख जाएंगे।
- जो अक्सर कर यहाँ तैनात पुलिसकर्मियों को अपना शिकार बनाते हैं।
- जिनको की बड़ी मुश्किल से यहाँ के पुलिस कर्मी चिमटे से पकड़ मटके में डाल देते है।
- यह सिलसिला हर रोज का है।
- जिसे मनसुखपुरा थाने पर तैनात हर पुलिसकर्मी झेलता है।
इन बिच्छुओं को लेकर क्या कहना है स्थानीय लोगों का ?
- गौर करने वाली बात यह है की आगरा में लोग इसे सजा का थाना भी बोलते हैं।
- ऐसा माना जाता है की जब अधिकारी किसी दरोगा या सिपाही को सजा सुनाना चाहते हैं।
- तो वो खुद उस दरोगा या पुलिसकर्मी को इस थाने पर तैनात कर देता है।
- पुलिस के अधिकारी भी इस थाने को जहरीले बिच्छुओं से मुक्त नही करा पाये हैं।
- अब तो इस थाने पर तैनाती होने के बाद भी पुलिसकर्मी अपने लिए किसी सजा से कम नही मानता है।