दिल्ली और उसके आस-पास के इलाकों में हवा बेहद जहरीली हो गई है। सिर्फ दिल्ली ही नहीं अब इस जहरीली धुंध ने नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, आगरा, लखनऊ को भी अपनी चपेट में ले लिया है। दिवाली के बाद से ही दिल्ली पर पसरी काली धुंध बढ़ती जा रही है। हवा में घुले इस जहर से लोगों में बीमारी का खतरा बढ़ गया है। यूपी के कई शहरों में इस जहरीली धुंध ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है।
- ताजनगरी की आबोहवा में प्रदूषण के बढ़ने स्तर की वजह से जहर घुल चूका है।
- आगरा में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर जा पहुच है।
- जिसकी वजह से ताज के संगमरमरी हुस्न को खतरा पैदा हो गया है।
- हालात इतने खराब हो चुके हैं कि आगरा प्रदेश का सबसे प्रदूषित शहर हो गया है।
- केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने आकँड़ो के आधार पर ताजनगरी को अति प्रदूषित शहर माना है।
यूपी का सबसे प्रदूषित शहर आगराः
- वातावरण में प्रदूषण के बिगड़े हुए स्तर से लोगो का सांस लेना तक दुश्वार हो गया है।
- अस्थमा और साँस की बिमारिओ के मरीज बढ़ने लगे है।
- प्रदूषण का स्तर सुबह 10 बजे हवा में पीएम 2.5 का स्तर अब तक का सर्वाधिक था।
- इसे 451 माइक्रोग्राम प्रति मीटर नापा गया है।
- यह स्तर ताजनगरी को देश के सर्वाधिक प्रदूषित शहरों की सूचि में चौथे स्थान पर ले आया।
- वही प्रदेश में आगरा सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर बन गया है।
- रविवार को ताजमहल में विदेशी सैलानी मास्क पहने हुए नजर आए।
- धुंध की वजह से सुबह दस बजे तक ताजमहल साफ दिखाई नही दे रहा था।
सांस लेने में दिक्कतः
- चिकित्सकों और विशेषज्ञों का कहना है कि तेजी से नए मामले सामने आ रहे हैं।
- पहले से ही दमा, एलर्जी या अन्य संबंधित विकारों से ग्रस्त लोगों के लिए स्वास्थ्य जटिलताएं बढ़ गई हैं।
- ‘‘बच्चे और बुजुर्ग धुंध तथा प्रदूषण के चलते संक्रमण और एलर्जी का शिकार हो रहें।
- चूंकि वह प्रदूषण के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं, इसलिए उन्हें अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए।