राजधानी लखनऊ के डॉ. भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय के सभागार में बुधवार को “शून्य लागत प्राकृतिक कृषि प्रशिक्षण शिविर” का आयोजन किया गया. यह शिविर 20 से 25 दिसंबर तक चलेगा. शिविर का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करने पहुंचे थे. कार्यक्रम के दौरान सूर्यप्रताप शाही, डॉ. रीता बहुगुणा जोशी, आशुतोष टंडन, ब्रजेश पाठक सहित कई मंत्री उपस्थित रहे. इस शिविर का उद्घाटन सीएम योगी ने किया.
शून्य लागत से प्राकृतिक कृषि की जा सकती हैं:सीएम योगी
- सीएम योगी ने कहा कि 22 करोड़ की आबादी में से ज्यादातर संख्या कृषि पर आधारित है.
- कृषि से सबसे ज्यादा रोजगार मिलता है.
- सीएम योगी ने कहा कि प्राकृतिक कृषि को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है,
- उन्होंने कहा कि किसानों को इससे लाभ मिलेगा
- आधुनिक खेती का प्रचलन पंजाब से हुआ.
- वहां अब कैंसर ट्रेन चलाई गई.
- खेती में केमिकल फर्टिलाइज़र के इस्तेमाल से ऐसा हुआ.
- सीएम योगी ने कहा कि गाय का बहुत महत्व है.
- गाय के गुडों कर कारण ही गाय को माता माना गया है.
- छुट्टा पशुओं की समस्या है हमारे सामने है.
- कोआपरेटिव खेती विदेशों में प्रचलित है लेकिन भारत में अभी ये नही हो रहा है.
- .बुंदेलखंड में पशुओं से किसान परेशान हैं,खेतों को पशु नुकसान पहुंचा रहे हैं.
- ड्रिप एरिगेशन से फायदे मिले हैं.
- गो-अभ्यारण्य बनाये जाएंगे, जिससे पशुओं को जगह मिल सके.
- विदेशों के हिसाब से भारत मे खेती की कोई व्यवस्था नहीं है.
- भारत के पीएम कह रहे हैं कि खेती की आय को दोगुना करना है.
- यह तभी सम्भव है कि भारत की परंपरा गत खेती को अपनाया जाए.
- रसायनों से दूर रहा जाए। रोजगार का सबसे बड़ा माध्यम खेती है.
- अन्ना प्रथा से बुंदेलखंड में परेशान है।, इसकी कार्ययोजना तैयार किया है.
- भारत के समाज मे गौ माता के प्रति श्रद्धा का भाव बनाना है तो सबसे पहले उन क्षेत्रो में में गौ अभ्यारण्य की व्यवस्था,
- विशुद्ध भारतीय परंपरा के अनुसार खेती करेंगे तो खुशहाल हो सकते हैं,
- देशी गायों का पालन और उनके गोबर के इस्तेमाल से बेहतर खेती की जा सकती है,
- 90 प्रतिशत पानी बचाया जा सकता है ड्रिप एरिगेशन से खेती करने पर,
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