चंदौली : धान का कटोरा कहे जाने वाले जनपद में सोमवार को कृषि विज्ञान केंद्र में खरीफ गोष्ठी का आयोजन किया गया। मौके पैर मौजूद चंदौली के DM हेमन्त कुमार ने गोष्ठी का आगाज़ किया। गोष्ठी के माध्यम से जनपद के किसानों को अत्याधुनिक खेती के बारे में जानकारी दी गयी दी। साथ ही किसानो को फल, औषधि की खेती के बारे में भी बताया गया।
नयी तकनीक को अपनाये किसान
- चंदौली जनपद को धान का कटोरा कहा जाता है .
- इसकी वजह है की यहाँ पर धान की पैदावार ज्यादा होती है।
- सोमवार को कृषि सूचना तंत्र के सुदृढ़ीकरण यवं कृषक जागरूकता क्रायक्रम खरीफ 2017 कृषि निवेश मेला व गोष्ठी का आयोजन हुआ।
- गोष्ठी में डीएम ने कहा की अगर किसान नहीं होता तो इस देश की अर्थव्यवस्था चौपट हो जाती।
- किसानों पर ही अर्थव्यवस्था टिकी हुई है आज कल वैज्ञानिक युग है।
- खेती में नई-नई तकनीको का प्रयोग लगातार किया जा रहा है।
- किसानों को चाहिए कि वह भी खेती किसानी की इन नयी तकनीकों को अपनाकर अपना फ़ायदा सोचे।
- नयी तकनीकों के उपयोग से उन्हें कृषि में फ़ायदा होगा और उनकी आय दोगुना हो जाएगी।
- उन्होंने किसानों से कहा कि आज कल किसानों के खेतो में प्रदूषण की मात्रा बढ़ गई है।
- जिसके वजह से सीधे सीधे इसका विपरीत असर किसानों की फसलों पर पड़ रहा है।
- इसके लिए किसानों को अपने खेतों की मिट्टी की जांच समय-समय पर कृषि विज्ञान केंद्र में जो की बिलकुल निःशुल्क है करते रहना चाहिए।
- मिटटी की जांच समय-समय पर होते रहने से यदि कही कोई कमी होगी तो उसका पता चल सकेगा।
- वही मिटटी की जांच होते रहने से यदि मिटटी को उपजाऊ बनाये रखना है तो सही उर्वरकों का प्रयोग भी किया जा सकता है।
- साथ हे किसानों को ये भी बताया की किस तरह से काम लागत में अधिक उत्पादन किया जा सकता है।
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