उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में सियालदाह-अजमेर एक्सप्रेस के 15 डिब्बे पटरी से उतर गये हैं, हादसे में अब तक कुल 200 लोगों के घायल होने की खबर प्राप्त हुई है। हादसे के बाद जिला प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंचकर घायलों की मदद कर रही है। हादसा बड़ा होने के चलते सेना की भी मदद ली जा सकती है।
हेल्पलाइन नंबर:
कानपुर रेल हादसा: रेलवे ने जारी किया हेल्प लाइन नंबर pic.twitter.com/qG9T0jqaGn
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) December 28, 2016
All complaints, suggestions to be marked to concerned GMs, DRMs for appropriate action and also tag @RailMinIndia pic.twitter.com/gblTgRRtDR
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) November 26, 2015
राहत और बचाव कार्य:
सियालदह-अजमेर अपडेट- कुल 13 बोगियों के डीरेल होने की सूचना, कानपुर देहात एसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा 'हादसा पिछले महीने जैसा बड़ा नहीं' pic.twitter.com/P60cZIcyVG
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) December 28, 2016
28 लोगों की हालत गंभीर:
- उत्तर प्रदेश के कानपुर में सियालदाह-अजमेर एक्सप्रेस के 15 डिब्बे पटरी से उतर गए हैं।
- हादसे में अभी तक कुल 200 लोग घायल हुए हैं।
- इसके साथ ही हादसे में करीब 28 लोगों की हालत बेहद गंभीर है।
- घायलों को जिला प्रशासन और स्थानीय पुलिस की मदद से हॉस्पिटल पहुँचाया जा रहा है।
कानपुर रेल हादसे में घायल लोगों की लिस्ट: #sealdahajmer pic.twitter.com/61TXjP44Li
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) December 28, 2016
NDRF टीम घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य के लिए पहुंची:
- कानपुर जिले में हुए रेल हादसे के बाद NDRF टीम घटनास्थल पर पहुँच गयी है।
- इसके साथ ही बड़े पैमाने पर राहत और बचाव कार्य किया जा रहा है।
- रेल हादसे के कारणों के पीछे अभी कोई पुष्टि नहीं हुई है।
घायलों को अस्पताल और गंभीर रूप से घायलों को कानपुर पहुँचाया जा रहा:
- कानपुर में हुए रेल हादसे के बाद घायलों को जल्द से जल्द नजदीक के अस्पताल में पहुँचाया जा रहा है।
- इसके साथ ही गंभीर रूप से घायलों को कानपुर इलाज के लिए भेजा जा रहा है।
- इसके साथ ही डीजीपी मुख्यालय ने हादसे में 2 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की थी।
- मुख्यालय के अनुसार, इलाज के दौरान दो लोगों की मौत की बात कही गयी थी।
- जबकि दोबारा जांच में पाया गया की यात्री इलाज के दौरान मरणासन्न स्थिति में पहुँच गए थे, जिसके चलते गड़बड़ हुई।
- इसके साथ ही रेल मंत्रालय ने रेल हादसे की जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किये हैं।