कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और बीबीडी विश्वविद्यालय के चेयरमैन अखिलेश दास का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 56 वर्ष के थे, बुधवार सुबह अचानक उनके आवास पर ही अचानक दिल का दौरा पड़ा और उनका निधन हो गया। बताया जा रहा है उन्हें शुगर की भी लम्बे समय से बीमारी थी। अखिलेश दास के निधन से उनके परिवार में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके समर्थकों का घर के बाहर हुजूम लगा हुआ है।
यह है जीवन का सफ़र
- यूपी के बुलंदशहर में जन्में डॉ. अखिलेश दास गुप्ता का खेलों से भी नाता रहा है।
- वह इंटरनेशल लेवल के बैडमिंटन खिलाड़ी भी रह चुके हैं।
- मौजूदा समय में वह बैडमिंटन एसोसिएशन के अध्यक्ष भी थे।
- उनके पिता बनारसी दास गुप्ता 1979 से 1980 तक यूपी के मुख्यमंत्री रहे।
- अखिलेश दास गुप्ता वर्ष साल 1993 में लखनऊ के मेयर चुने गए थे।
- अखिलेश दास 1996 में कांग्रेस से पहली बार राज्यसभा सांसद बने थे।
- साल 2002 में दोबारा कांग्रेस ने उन्हें उच्च सदन तक पहुंचाया।
- साल 2004 में जब मनमोहन सरकार की बनी तो उन्हें स्टील मिनिस्ट्री में केंद्रीय राज्यमंत्री बनाया गया था।
- राज्यसभा का कार्यकाल खत्म होने के बाद साल 2008 में बसपा में वह शामिल हो गए थे।
- अखिलेश दास ने 5 नवंबर 2014 को मायावती पर करोड़ों रुपये लेकर राज्यसभा का सांसद बनाने का आरोप लगाकर बसपा छोड़ दी थी और कांग्रेस में शामिल हो गए।