उत्तर प्रदेश में राज्य कर्मचारी संगठन की अनिश्चितकालीन हड़ताल के बाद राजधानी समेत सभी सरकारी अस्पतालों में बदहाली की व्यवस्था जारी है।
प्रशासन ने लगाया एस्मा:
- राज्य कर्मचारी संगठन की अनिश्चितकालीन हड़ताल के बाद से पूरे प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में बदहाली की व्यवस्था जारी है।
- जिसके बाद प्रशासन ने सभी कर्मचारियों पर प्रशासन ने एस्मा लागू कर दिया है।
नर्सों और फार्मासिस्ट ने एस्मा को नकारा:
- राज्य कर्मचारी संगठन के अनिश्चितकालीन हड़ताल के बाद प्रशासन ने एस्मा लागू कर दिया है।
- लेकिन नर्सों और फार्मासिस्ट ने एस्मा को सिरे से नकार दिया है।
- वहीँ हड़ताल अनिश्चितकालीन समय के लिए जारी है।
- गौरतलब है कि, राज्य कर्मचारी संगठन अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहा है।
लेखपालों पर भी लगा एस्मा:
- राज्य कर्मचारी हड़ताल के तहत लेखपाल करीब 32 दिनों से हड़ताल पर हैं।
- एस्मा के तहत उन्हें भी अपने काम पर वापस लौटने को कहा गया है।
क्या है एस्मा?
- एस्मा (आवश्यक सेवा अनुरक्षण कानून) हड़ताल को रोकने हेतु लगाया जाता है।
- इससे प्रभावित होने वाले कर्मचारियों को किसी समाचार पत्र या अन्य माध्यम से सूचित किया जाता है।
- यह नियम अधिकतम ६ माह के लिए लगाया जा सकता है।
- एस्मा लागू होने के उपरान्त यदि कर्मचारी हड़ताल पर जाता है तो वह अवैध एवं दण्डनीय है।
- जिसमें क्रिमिनल प्रोसीजर 1898 (5 आफ 1898) के अन्तर्गत आदेश से सम्बन्धि किसी भी कर्मचारी को बिना वारन्ट के गिरफतार किया जा सकता है।