2019 के लोकसभा चुनावों के लिए समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी में गठबंधन हो गया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का कहना है कि ये गठबंधन लोकसभा चुनावों में भाजपा को सत्ता में फिर से आने से रोकेगा। दोनों दलों के नेता भी मिलकर चुनाव प्रचार में जुट गए हैं लेकिन अभी तक दोनों दलों के राष्ट्रीय अध्यक्षों अखिलेश यादव और मायावती ने मंच साझा नहीं किया है। लेकिन अब दोनों दलों के नेताओं को एक साथ देखने की चाहत बहुत जल्द सभी की पूरी होने वाली है।
कर्नाटक जायेंगे माया-अखिलेश :
जनता दल सेक्युलर के नेता कुमार स्वामी के नेतृत्व में गठित होने जा रही कर्नाटक सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में बसपा सुप्रीमों मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव एक साथ नजर आएंगे। मायावती और अखिलेश दोनों ने समारोह में जाने की पुष्टि कर दी है। मायावती के साथ बसपा महासचिव और राज्यसभा सदस्य सतीश मिश्र भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। यह पहला मौका होगा कि दोनों किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में साथ होंगे। सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव का कर्नाटक जाना तय है। वह 23 मई को आयोजित कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेंगे।
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इसके पहले साथ नहीं आये हैं नजर :
उत्तर प्रदेश में भाजपा के खिलाफ समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने एक-दूसरे से हाथ जरूर मिलाया है लेकिन मायावती व अखिलेश अभी तक एक मंच पर साथ नहीं दिखे हैं। बसपा के सहयोग से ही फूलपुर और गोरखपुर संसदीय क्षेत्रों के उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों को जीत हासिल हुई थी। इसके बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ में मायावती के आवास पर उनसे मुलाकात की थी लेकिन किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में दोनों साथ नहीं नजर आए हैं।