आज कर्नाटक में जेडीएस के नेता कुमारस्वामी मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. शपथ समारोह शाम 4:30 बजे होना हैं. कुमारस्वामी के शपथ समारोह को विपक्षी एकता का मंच माना जा रहा है, जहाँ 2019 में बनने वाले महागठबंधन की झलक मिलेगी. इस समारोह में उत्तर प्रदेश के 2 पूर्व मुख्यमंत्री भी एक साथ नजर आ सकते हैं.
गठबंधन के बाद पहली बार नजर आ सकते है एक मंच पर:
सपा-बसपा की दोस्ती होने के बाद मायावती व अखिलेश यादव पहली बार सार्वजनिक तौर पर एक साथ दिख सकते हैं। यह दोनों नेता बुधवार को बंगलुरू में होने वाले जनता दल (एस) नेता एच डी कुमारस्वामी के नेतृत्व में गठित होने जा रही सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे।
कुमारस्वामी ने शपथ ग्रहण समारोह में गैरभाजपाई दलों के नेताओं को आमंत्रित किया है। मायावती व अखिलेश को खासतौर पर बुलाया गया है। दोनों ने वहां जाने पर सहमति जताई है।
सोमवार को मायावती ने दिल्ली में कुमार स्वामी से मुलाकात कर उन्हें नए पद की बधाई थी। सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस-जेडीएस की सरकार के गठन में बसपा सुप्रीमो मायावती की अहम भूमिका रही है।
कर्नाटक के ताजा घटनाक्रम के बाद मायावती का कद बढ़ा है। उनकी पार्टी का एक प्रत्याशी विधायक भी बना है।
सपा भी कर्नाटक में चुनाव लड़ी थी लेकिन जरा भी कामयाबी नहीं मिली। भाजपा के खिलाफ मोर्चेबंदी में अखिलेश की अहम भूमिका है। इसीलिए अखिलेश को भी बुलाया गया है।
फूलपुर-गोरखपुर चुनाव में आये थे साथ:
बता दे कि सार्वजनिक कार्यक्रम में अभी तक अखिलेश व मायावती साथ नहीं नजर आए लेकिन फूलपुर व गोरखपुर उपचुनाव में जीत के बाद अखिलेश ने मायावती के घर जाकर उनसे मुलाकात की थी और बधाई दी थी।
वहीं इस मामले में अखिलेश यादव का कहना है कि कर्नाटक में शपथ ग्रहण समारोह राजनीति से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। हमने कर्नाटक से पढ़ाई की है तो मैं अपने इंजीनियरिंग के दोस्तों से मुलाकात करूंगा और दक्षिण भारत के भोजन का भी आनंद लूंगा।