परिवार में मचे संग्राम के बाद मुलायम सिंह यादव ने मुखिया होने का दबदबा कायम रखा. अखिलेश के फैसले को उलटकर अपना फैसला सुना दिया. लेकिन इसके लिए समझौते की नौबत तक आ गई. इस मसले पर अखिलेश ने ये तक कहा कि उन्हें टिकट बाँटने का हक मिलना चाहिए. हालाँकि ये भी मान लिया गया है. लेकिन इस पुरे प्रकरण पर अब तक खामोश रहे शिवपाल ने चुप्पी तोड़ दी है. अभी तक इस्तीफे के बाद नेताजी पर सबकुछ छोड़ चुके ने शिवपाल यादव ने अपने मन की बात की है.
शिवपाल ने की मन की बात:
- शिवपाल ने मीडिया पर भी निशाना साधा.
- उन्होंने कहा कि मीडिया के लोगों को ज्यादा चिंता हो रही है.
- अखिलेश मेरा भतीजा है और उसका पालन पोषण किया.
- अखिलेश बेटे की तरह है.
- उन्होंने कहा कि अखिलेश से कोई कम्पटीशन नहीं है.
- वो बोले कि नेताजी की बात सबको माननी पड़ेगी.
- नेताजी का संकेत मेरे लिए आदेश है और परिवार में कोई झगड़ा नहीं है.
- अखिलेश भी उनकी बात मान रहे हैं.
इस दौरान उन्होंने अखिलेश को बिना नाम लिए नसीहत भी दे डाली. अबतक शिवपाल के चुप रहने को शायद हालात के विपरीत होने की नजर से देखा जा रहा था.
अखिलेश को दी नसीहत:
- उन्होंने कहा कि ज्यादा सीट लाकर सरकार बनाना है.
- उन्होंने अपने विभागों के बारे में बताया और अपनी उपलब्धियां गिनाई.
- शिवपाल ने कहा कि राजस्व विभाग में बहुत काम कर दिया है.
- बुंदेलखंड से लेकर पूर्वांचल तक काम हुआ है.
- सालों से अधूरी पड़ी योजनाएं पूरी की.
- चुनाव नजदीक है और बहुत काम करना है.
- विभाग कोई भी देखे लेकिन पार्टी का काम भी होना चाहिए.
- उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के साथ के मंत्री काम नही करते हैं.
- CM को समझदारी से काम लेना चाहिए.
- अखिलेश के पास बड़ी जिम्मेदारी है.
- विभाग लेना और देना उनका अधिकार है.
- अच्छे और बुरे सभी प्रकार के लोग होते हैं, अमर सिंह तकलीफ का विषय नही होंगे.
- अखिलेश को मुझसे सीखने की जरुरत है.
- उन्हें अभी और अनुभव की जरुरत है.
- CM की कुर्सी पर बैठे व्यक्ति को अहम नही होना चाहिए.
- सीएम की कुर्सी पर बैठकर अहम आ जाता है.
- उन्होंने कहा कि टिकट का बंटवारा नेताजी की जिम्मेदारी है.
- अखिलेश अगर मुझसे कुछ कहेंगे तो क्यों नही मानूंगा.
- मुझे अध्यक्ष पद से हटाया गया तो मैंने कुछ नही कहा था.
- अखिलेश को इन सभी बातों से सीखने की जरुरत है.
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