उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी की तैयारियां ज़ोरों पर हैं। गौरतलब हो कि यूपी के विधानसभा चुनाव में मुस्लिम वोट की बहुत ही अहम भूमिका रही है । जिसे ध्यान में रखते हुए सपा और बसपा पार्टी मुस्लिम वोटरों को अपनी तरफ आकर्षित करने में लगी हुई है। इन वोटरों को अपनी तरफ करने के लिए सपा और बसपा में किताबवर शुरू हो गई है। बहुजन समाज पार्टी ने जहाँ मुस्लिम वोटरों को अपनी तरफ करने के लिए 8 पेज की एक किताब निकाली है। वही सपा ने बसपा के 8 पन्नों की किताब के मुकाबले 58 पन्नों की किताब छपवाई है।
ऐसे किया जा रहा है इस किताबों से प्रचार
- यूपी के आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती और यूपी सीएम अखिलेश सरकार में किताबवर शुरू हो गई है।
- दरअसल यूपी में होने वाले चुनाव में मुस्लिम वोट किसी भी पार्टी ही हार और जीत का फैसला कर सकता है।
- गौरतलब हो कि प्रदेश में करीब 19 फीसदी वोट मुस्लिम है।
- जिसे ध्यान में रखते हुए बसपा और सपा पार्टी इन वोटों को अपनी तरफ खींचने की पूरी कोशिश कर रही है।
- बसपा ने मुस्लिम वोटरों को अपनी तरफ खींचने के लिए 8 पन्नों की एक किताब निकाली है।
- जिसमे बसपा ने मुसलमानों के लिए अपने एजेंडे सामने रखे हैं।
- वहीँ अखिलेश सरकार ने बसपा की 8 पन्नों की किताब के मुकाबले 58 पन्नों की किताब छपवाई है।
- जिसमे पांच हज़ार बेगुनाह लोगों की रिहाई की बात की गई है।
- यही नही इस किताब में मुस्लिम समाज की शिक्षा को लेकर भी योजनाये बताई गई है।
- अखिलेश सरकार की तरफ से छापी गई ये किताब मस्जिदों , मर्कज़ों और दरगाहों के सामने बांटी जा रही है।
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