[nextpage title=”अखिलेश” ]
समाजवादी पार्टी की चुनाव में बड़ी हार के बाद भी सबकुछ ठीक होता नही दिखाई दे रहा है. चुनाव पूर्व अखिलेश यादव के करीबी समझे जाने वाले आजम खान को बड़ा झटका देते हुए अखिलेश यादव ने एक बड़ी जिम्मेदारी अपने इस ‘नये करीबी’ को सौंपने का फैसला कर लिया, इस फैसले के बाद अब फिर से सपा में दरार को लेकर सुगबुगाहट दिखाई दे रही है.
अखिलेश के इस फैसले से लगा आजम को बड़ा झटका:
[/nextpage]
[nextpage title=”अखिलेश” ]
- समाजवादी पार्टी के विधायकों ने दोनों सदनों के नेता के चुनाव की जिम्मेदारी अखिलेश यादव को दी थी।
- अखिलेश यादव ने अब दोनों सदनों में सपा का नेतृत्व करने वाले नेता का चुनाव कर लिया है।
- बलिया के बांसडीह से विधायक रामगोविंद चौधरी को विधानसभा में नेता विपक्ष बनाया गया है।
- पूर्व बेसिक शिक्षा मंत्री अहमद हसन को विधानपरिषद में नेता विपक्ष बनाये जाने की चर्चाएँ थी।
- मगर उन्हें गलत साबित करते हुए विधानपरिषद में अखिलेश यादव खुद नेता विपक्ष चुने गए है।
- नेता प्रतिपक्ष के रूप में आजम खान का नाम सबसे आगे था.
- ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या आजम पद लेना नहीं चाहते थे या अखिलेश को आजम खान पसंद नहीं थे.
- शिवपाल यादव और मुलायम सिंह यादव का ना आना भी अपने आप में सवाल उठाता है कि यादव परिवार में अभी सब ठीक नहीं चल रहा है.
[/nextpage]
अखिलेश के इस फैसले से लगा आजम को बड़ा झटका:
- समाजवादी पार्टी के विधायकों ने दोनों सदनों के नेता के चुनाव की जिम्मेदारी अखिलेश यादव को दी थी।
- अखिलेश यादव ने अब दोनों सदनों में सपा का नेतृत्व करने वाले नेता का चुनाव कर लिया है।
- बलिया के बांसडीह से विधायक रामगोविंद चौधरी को विधानसभा में नेता विपक्ष बनाया गया है।
- पूर्व बेसिक शिक्षा मंत्री अहमद हसन को विधानपरिषद में नेता विपक्ष बनाये जाने की चर्चाएँ थी।
- मगर उन्हें गलत साबित करते हुए विधानपरिषद में अखिलेश यादव खुद नेता विपक्ष चुने गए है।
- नेता प्रतिपक्ष के रूप में आजम खान का नाम सबसे आगे था.
- ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या आजम पद लेना नहीं चाहते थे या अखिलेश को आजम खान पसंद नहीं थे.
- शिवपाल यादव और मुलायम सिंह यादव का ना आना भी अपने आप में सवाल उठाता है कि यादव परिवार में अभी सब ठीक नहीं चल रहा है.
अखिलेश के इस फैसले से लगा आजम को बड़ा झटका:
- समाजवादी पार्टी के विधायकों ने दोनों सदनों के नेता के चुनाव की जिम्मेदारी अखिलेश यादव को दी थी।
- अखिलेश यादव ने अब दोनों सदनों में सपा का नेतृत्व करने वाले नेता का चुनाव कर लिया है।
- बलिया के बांसडीह से विधायक रामगोविंद चौधरी को विधानसभा में नेता विपक्ष बनाया गया है।
- पूर्व बेसिक शिक्षा मंत्री अहमद हसन को विधानपरिषद में नेता विपक्ष बनाये जाने की चर्चाएँ थी।
- मगर उन्हें गलत साबित करते हुए विधानपरिषद में अखिलेश यादव खुद नेता विपक्ष चुने गए है।
- नेता प्रतिपक्ष के रूप में आजम खान का नाम सबसे आगे था.
- ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या आजम पद लेना नहीं चाहते थे या अखिलेश को आजम खान पसंद नहीं थे.
- शिवपाल यादव और मुलायम सिंह यादव का ना आना भी अपने आप में सवाल उठाता है कि यादव परिवार में अभी सब ठीक नहीं चल रहा है.
अखिलेश के इस फैसले से लगा आजम को बड़ा झटका:
- समाजवादी पार्टी के विधायकों ने दोनों सदनों के नेता के चुनाव की जिम्मेदारी अखिलेश यादव को दी थी।
- अखिलेश यादव ने अब दोनों सदनों में सपा का नेतृत्व करने वाले नेता का चुनाव कर लिया है।
- बलिया के बांसडीह से विधायक रामगोविंद चौधरी को विधानसभा में नेता विपक्ष बनाया गया है।
- पूर्व बेसिक शिक्षा मंत्री अहमद हसन को विधानपरिषद में नेता विपक्ष बनाये जाने की चर्चाएँ थी।
- मगर उन्हें गलत साबित करते हुए विधानपरिषद में अखिलेश यादव खुद नेता विपक्ष चुने गए है।
- नेता प्रतिपक्ष के रूप में आजम खान का नाम सबसे आगे था.
- ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या आजम पद लेना नहीं चाहते थे या अखिलेश को आजम खान पसंद नहीं थे.
- शिवपाल यादव और मुलायम सिंह यादव का ना आना भी अपने आप में सवाल उठाता है कि यादव परिवार में अभी सब ठीक नहीं चल रहा है.
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें