समाजवादी पार्टी कुछ दिन पहले ही दो फाड़ होने से बची है। हाल में यह भी चर्चाएं उठी थी कि सीएम अखिलेश यादव अपने चाचा शिवपाल यादव की वजह से सपा छोड़ दूसरी पार्टी बना सकते है। फिर पार्टी मुखिया मुलायम सिंह के हस्तक्षेप के बाद भाई शिवपाल यादव और बेटे अखिलेश यादव के बीच जुबानी जंग किसी तरह शांत हुई। लेकिन एक बार फिर लग रहा है सीएम अखिलेख यादव अपनी पार्टी के शीर्ष पदाधिकारियों के फैसलों से खुश नहीं है। इस बार तो वह अपने पिता और पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह के कुछ फैसलों की वज़ह से उन्हीं से दूरी बनाते दिख रहे हैं। जिसकी झलक हाल भी दिखना शुरू हो गई है।
अमर सिंह की वापसी से अखिलेश खफा :
- मुलायम सिंह के समर्थन से सपा अमर सिंह को संसदीय बोर्ड का मेंबर बना रही है।
- सूत्रों के अनुसार मुलायम सिंह के इस फैसले से सीएम अखिलेश यादव बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं है।
- क्योंकि अखिलेश पहले भी अमर सिंह के नाम पर सार्वजनिक मंचो पर खुला विरोध करते देखे गए है।
- पार्टी का एक तबका अमर सिंह के नाम पर अखिलेश की तरफ ही है।
- माना जा रहा है कि नेता जी अमर सिंह को टिकट बटवारे में फैसला लेने के लिए भी स्वतंत्र कर सकते है।
- ऐसे में अखिलेश यादव को यह बात बर्दाश नहीं होगी। क्योंकि शिवपाल से इन्हीं बातों को लेकर उनका विवाद हो चुका है।
नेता जी की रैली में नहीं जा रहे अखिलेश:
- हाल में गाजीपुर और बरेली में आयोजित रैली में सीएम अखिलेश यादव शामिल नहीं हुए।
- सूत्रों कि माने तो नेता जी की वजह से अफजल अंसारी को इस रैली में काफी महत्व मिला।
- जिससे अखिलेश ने रैली से पूरी तरह दूरी बरकरार रखी।
भाई के तरफदारी से सीएम परेशान :
- भाई शिवापाल यादव और बेटे अखिलेश के बीच हुए बवाल में पार्टी मुखिया हमेशा भाई के साथ खड़े नज़र आए।
- पिता होने के बावजूद अखिलेश को मुलायम सिंह से वैसा सर्पोट नहीं मिला जिसकी उन्हें उम्मीद थी।
- भले ही पार्टी में ऊपर से इस वक्त सब कुछ शांत दिख रहा हो, लेकिन अंनरूनी कहल जारी है।
- शिवपाल यादव पहले से कही ज्यादा पार्टी में अपनी पैठ बनाने पर ध्यान दे रहे है।
- वहीं शिवपाल ने एक-एक कर अखिलेश के करीब अधिकारियों और नेताओं को साइड लाइन करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहें।
- जिससे अखिलेश यादव इस वक्त सीएम होने के बाद भी बेहद अकेला महसूस कर रहे हैं।
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