शिवपाल यादव के सेक्युलर मोर्चा बनाने के बाद से सपा कमजोर होने लगी है। अभी तक कई बड़े नेता और कार्यकर्ता पार्टी से इस्तीफा देकर शिवपाल के सेक्युलर मोर्चे में शामिल हो चुके हैं। इसमें सबसे ज्यादा नुकसान समाजवादी पार्टी को पश्चिम यूपी के बरेली जिले में हुआ है। यहाँ पर सपा के पूर्व राज्य सभा सांसद और मुलायम के करीबी वीरपाल यादव के सपा छोड़ने के बाद से अन्य नेताओं के इस्तीफा देने का दौर शुरू हो गया था।
अखिलेश ने भंग की सपा कार्यकारिणी :
यूपी के बरेली जिले में समाजवादी पार्टी में चल रही अंदरूनी उठा पटक के बीच अखिलेश यादव ने बड़ा फैसला ले लिया है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जिला कमेटी तत्काल प्रभाव से भंग कर दी है। ऐसा होने का अंदेशा काफी समय पहले से लगाया जा रहा था। सपा के पूर्व सांसद वीरपाल यादव के सेक्युलर मोर्चा में जाने के बाद से पार्टी में इस्तीफों का दौर शुरू हो गया था। वीरपाल यादव ने दवा करते हुए कहा था कि वे एक महीने में सेक्युलर मोर्चे को सपा के बराबर लाकर खड़ा कर देंगे और कुछ वैसा होता हुआ दिखाई भी दे रहा है।
लगातार हो रहे थे इस्तीफे :
मुलायम यादव के बेहद करीबी माने वाले पूर्व जिलाध्यक्ष वीरपाल यादव ने नाराज होकर पार्टी से इस्तीफा दिया था। इसके बाद वे शिवपाल की समाजवादी सेक्यूलर मोर्चा में शामिल हो गए थे। उनके साथ उनके पचास से ज्यादा समर्थकों ने भी पार्टी छोड़ दी थी। इसके बाद पूर्व छात्रसभा अध्यक्ष शिव प्रताप यादव समेत तकरीबन 100 से ज्यादा सपा नेता और कार्यकर्ता पार्टी छोड़ चुके हैं। इसके अलावा समाजवादी पार्टी के जिला संगठन में अंदरखाने में भी काफी खींचतान चल रही है। इसके चलते सपा प्रमुख अखिलेश यादव खफा चल रहे थे।
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