उत्तर प्रदेश के विधानसभा और निकाय चुनाव में हार के बाद समाजवादी पार्टी ने 2 लोकसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तैयारी करना शुरू कर दिया है। इस चुनाव के मद्देनजर समाजवादी पार्टी ने 6 जनवरी को महत्पूर्ण बैठक बुलाई है जो लखनऊ में जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट में होने जा रही है। इसके साथ ही अखिलेश विपक्ष को एकजुट करने की योजना बना रहे हैं।
गोरखपुर, फूलपुर सीट पर होगा उपचुनाव :
सपा की काफी महत्वपूर्ण बैठक 6 जनवरी को लखनऊ के जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट में होने जा रही है। इस बैठक में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव गोरखपुर और फूलपुर सीट पर होने वाले उपचुनाव में जीत की योजना पर मंथन करेंगे। इसके अलावा वे पूरे विपक्ष को एकजुट करने की योजना पर भी काम कर रहे हैं। इन सीटों पर चुनाव के बहाने ही सही, 2019 के पहले विपक्ष की एकता के सच्चाई सामने आ जायेगी।
कई दलों को दिया गया न्यौता :
विपक्षी दलों की इस बैठक में शामिल होने का न्यौता सभी दलों को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की तरफ से भेजा गया है। अगर सभी दल इस बैठक में उपस्थित हुए तो ये दशकों बाद ये नजारा देखने को मिलेगा। सूत्रों के मुताबिक, बैठक में सहमती बन जाने पर उपचुनाव की दोनों सीटों पर विपक्ष का साझा प्रत्याशी उतारा जायेगा।
विपक्षी एकता है जरूरी :
सपा अध्यक्ष अखिलेश ने कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी, राष्ट्रीय लोकदल, कम्यूनिस्ट पार्टी बैठक का बुलावा भेजा है। उन्होंने कहा है कि आगामी लोकसभा उपचुनाव के मद्देनजर संपूर्ण विपक्ष की एकता जरुरी है। ऐसे में 6 जनवरी की बैठक के बाद यह साफ हो जाएगा कि विपक्ष को एकजुट कर भाजपा को रोकनी की ये सपा की रणनीति कितना काम करती है। हालाँकि बसपा का कोई भी उपचुनाव न लड़ने का इतिहास रहा है, ऐसे में अगर विपक्ष एकजुट हुआ तो बसपा उस प्रत्याशी को समर्थन देगी कि नहीं।