समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रेस कांफ्रेंस बुलाई थी और एक बार फिर भाजपा सरकार पर हमला बोला. केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार पर अखिलेश यादव ने हमला करते हुए घेरने की कोशिश की. वहीँ उन्होंने पार्टी को लेकर भी कई बातें की.

राष्ट्रीय पार्टी बनाने के लिए यात्रा करनी पड़े तो करेंगे-अखिलेश

अखिलेश यादव ने कहा कि जो समाजवादी पार्टी नेताजी लेकर चले, पार्टी राष्ट्रीय पार्टी कैसे बने उसके प्रयास  जारी है. हम कई बार रथ लेकर चले, कई जिलों में साइकिल चलाई और एक बार फिर राष्ट्रीय पार्टी बनाने के लिए यात्रा करनी पड़े तो करेंगे. यूपी में देखा कि किस तरह समाज मे ज़हर घोलकर राजनीति की गई है. उत्तराखंड में व्यापारी ने जहर खा लिया, नया वर्ष है एक बार नोटबन्दी और हो जाए तो शायद भ्रष्टाचार खत्म हो. जो सिद्धांत लोहिया जी ने दिया, आर्थिक सामाजिक खाई कैसे मिटे, इसपर बात करनी होगी.

सर्दी में स्वेटर बंट जाने चाहिए थे:

स्वेटर को लेकर अखिलेश ने हमला बोलते हुए कहा कि सबसे बड़ी पार्टी है उसके सदस्यों ने एक एक स्वेटर बुना होता तो सबको स्वेटर मिल जाता. जो सरकार स्वेटर ना दे पा रही हो उससे क्या उम्मीद की जा सकती है.
अखिलेश ने कहा कि खाना रोककर स्वेटर दे रही है सरकार, जबकि चिंता सरकार ये कर रही विधान सभा के सामने आलू कैसे आ गया. किसान से खरीदे होते आलू तो सड़ रहा आलू बर्बाद बच जाता. राज्य के किसानों को कीमत नही मिली और ये सरकार हमारे कामों को अपना काम बता रही है.

सीएम तो बटन भी नहीं दबा पाए थे

किसानों को धान की कीमत भी नहीं मिली, सब सरकार आंकड़ों में दिखा रही है.  केंद्र सरकार का पुराना वादा है नौकरी देने का, कैसे मिलेगी नौकरी.  दिल बड़ा होना चाहिए, कहना चाहिए पुरानी सरकार का काम हम आगे बढ़ा रहे हैं.  मेट्रो उद्घाटन पर दर्द दिखा अखिलेश के चेहरे पर और कहा कि हमें नहीं बुलाया गया नोएडा मेट्रो के उद्घाटन में, हमने तस्वीरों में देखा कि CM भी बटन नहीं दबा पाए.अभी तो नोएडा जाने का असर दिखेगा

अब सैफई की नकल की जा रही है महोत्सव करा कर:

अखिलेश ने कहा कि फ्री दवा, इलाज रोक दिया सरकार ने और जिन लोगों को इलाज की मदद मिली उनकी जांच कर रही है, जो मर चुके हैं. अखिलेश ने हमला करते हुए कहा कि सरकार समय काट रही है. अपना मेडिकल कालेज तो सही कर लेते. अगले साल दोनों सरकारों से मिलकर जनता हिसाब मांगेगी. बांदा की घटना दुर्भाग्य है, जब नया भारत सोच रहे हैं.

अब गुजरात मॉडल क्यों नहीं अपना रही सरकार

सरकार अब बताये कि कहाँ गया रोमियो स्क्वाएड. दोनों जगह सरकार है बजट आने वाला है बड़ी झोली दें, केंद्र से ज़्यादा पैसा लेकर आयें. हमारी सरकार होती तो एक्सप्रेस वे पर 20 लाख से नीचे गाड़ी पर टोल ना लगता. लेकिन ये तो मोटरसाइकिल से भी ले रहे टोल. गुजरात मॉडल लगाइए टोल फ्री करिए. Bjp को तकलीफ हो गई कि हमने सभी पार्टियों को क्यों बुलाया. BJP ने लालू यादव के साथ बड़े पैमाने पर अन्याय किया. सभी दल के लोगों को हमने बुलाया था, उपचुनाव में बैलेट से चुनाव कराने की बात के लिए.

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