उत्तर प्रदेश के फूलपुर और गोरखपुर सीट पर हुए उपचुनावों में समाजवादी पार्टी को भारी जीत हासिल हुई है। इन दोनों ही सीटों पर सपा के प्रत्याशी जीते हैं और भाजपा प्रत्याशियों की हार हुई है। 2019 के पहले समाजवादी पार्टी के लिए जीत एक संजीवनी की तरह साबित हुई है। उपचुनावों में समाजवादी पार्टी की जीत के बाद अखिलेश यादव पार्टी कार्यालय पहुंचे जहाँ पर समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया। इस दौरान एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने भाजपा पर जमकर हमला किया।
जनता ने दिया भाजपा को जवाब :
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव आज पार्टी कार्यालय पहुंचे हुए थे जहाँ पर उन्होंने प्रेस वार्ता को संबोधित किया। अखिलेश ने कहा कि विकास के नाम पर चाहे दिल्ली का और उत्तर प्रदेश का बजट हो, जनता को पूरी तरह से निराश किया गया है। जो भी वादे किए गए थे संकल्प पत्र के माध्यम से वह पूरा नहीं किया। इतनी वादा खिलाफी किसी राजनीतिक दल ने नहीं की जितनी भाजपा ने की है। दिल्ली की सरकार बड़े बड़े वादे किए गए थे और यूपी का संकल्प पत्र बना एक भी वादे पर भाजपा खरी नही उतरी है। 2017 में हम काम गिना रहे थे। BJP के लोग सुधरे नहीं, कह रहे थे कि हमारे कारनार्में बोल रहे हैं। जनता ने भाजपा को जवाब दिया है कि बीजेपी को भी विकास के रास्ते पर लौटना पड़ेगा।
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राष्ट्रवाद के नाम पर दिया धोखा :
बीजेपी ने राष्ट्रवाद के नाम पर जनता को धोखे में रखा। बहुजन समाज पार्टी की नेता और उनके कार्यकर्ताओं को बधाई। जो 2 परिणाम आए हैं, आज उनकी खुशी मनाने का दिन है। इस सरकार ने जनता को दुख दिया है और नफरत पैदा की है। जो सरकार जनता को दुख देती है, समय आने पर वही जनता उनको जवाब देती है। इस सरकार ने लोगों को दुख दिया है, भय पैदा किया है, नफरत पैदा की है। नेशनल नेशनल कांग्रेस पार्टी, पीस पार्टी, निषाद पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टी पर उन्होंने मिलकर हमारा सहयोग किया। वही अजीत सिंह जी का भी धन्यवाद कि तमाम दलों ने मिलकर समय-समय पर हमें सहयोग दिया और जनता में संदेश दिया।
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सीएम योगी पर किया हमला :
अखिलेश यादव ने कहा कि सदन में कहा गया मैं हिंदू, मै ईद नहीं मनाता। उनके जो शब्द रहे सदन में एनकाउंटर कर दो। अगर जरूरत पड़ी तो किसी सीमा तक जाकर काटना भी पड़े तो काट डालो। सदन में शब्द थे। सदन में ऐसी भाषा बोलना क्या सही है। ये कैसी सरकार है। बसपा और हमारे साथ पर कहा गया कि ये सांप छछूंदर और नापाक गठबंधन है। यह कहीं ना कहीं सोशल जस्टिस की जीत है। ये जनता के सपनो की जीत है।