कौमी एकता दल के समाजवादी पार्टी में विलय को लेकर मचे घमासान पर आज मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सफाई पेश करते हुए कहा कि सपा में कोई किसी से नाराज नहीं है। अखिलेश ने कहा कि सपा में किसी से कोई नाराजगी नहीं है, पार्टी जो भी फैसला करेगी उसे सब लोग मानेंगे। कौमी एकता दल के विलय को लेकर सीएम अखिलेश के तेवर अब ढीले हो गए हैं।
- सीएम अखिलेश यादव ने कौमी एकता दल के सपा में विलय पर बड़ा बयान देते हुए कहा कि विलय का फैसला पार्टी का निर्णय।
- सीएम ने कहा कि यूपी का चुनाव बहुत बड़ा चुनाव है और विपक्षियों के पास प्रदेश की खुशहाली के लिए कोई मुद्दा नहीं है, मजबूरन वे इस तरह के मुद्दों को उठा रहें हैं।
- उन्होंने कहा कि सपा सरकार लोगों के भरोसे पर खरा उतरी है, और विपक्षियों के पास सरकार के खिलाफ कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए विपक्ष इन बातों को हवा दे रहा है।
- सीएम ने कहा कि पार्टी जो भी फैसला करेगी उसे सब लोग मानेगे। मुख्तार के मामले में सपा सुप्रीमों का फैसला सर्वमान्य होगा। उन्होंने कहा कि मुख्तार के मामले में जो भी हुआ वह हमारा अन्दरूनी मामला है।
- मालूम हो कि कौमी एकता दल की सपा में एंट्री मुलायम की सहमति के बाद ही सपा प्रभारी शिवपाल यादव ने कराई थी, जिसके बाद अखिलेश ने नाराजगी जताते हुए बिना सपा सुप्रीमो को बताये कौएद के विलय की पैरवी करने वाले बेसिक शिक्षा मंत्री बलराम यादव को बर्खास्त कर दिया था।
मौर्य गलत दल में थेंः
- पत्रकारों से बातचीत करते हुए सीएम ने कहा कि अब मुख्तार चर्चा का विषय नहीं हैं, बल्कि स्वामी प्रसाद मौर्य के बसपा छोड़ने की चर्चा होनी चाहिए।
- सीएम ने कहा कि मौर्य बड़े नेता है, उनसे हमारे अच्छे संबंध है। मौर्य ने बीएसपी छोड़ कर अच्छा काम किया।
- अखिलेश ने कहा कि मौर्य अच्छे व्यक्ति हैं, लेकिन अभी तक वो गलत दल में थें।
- इस दौरान उन्होंने कहा कि समाजवादियों को जनता ने समर्थन दिया,समाजवादी लोग जनता के भरोसे पर खरे उतरे हैं।समाजवादी पार्टी ने घोषणा पत्र को पूरी तरह से लागू किया है।
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