समाजवादी पार्टी इन दिनों 2019 के पहले गोरखपुर और फूलपुर सीट पर होने वाले उपचुनाव की तैयारियों में लगे हुए हैं। ख़ास तौर पर फूलपुर का उपचुनाव सपा-भाजपा के लिए साख का सवाल बन गया है। दोनों ही पार्टियों ने अपने ख़ास नेताओं को यहाँ पर जमा दिया है और प्रचार अभियान में तेजी लानी शुरू कर दी है। आगामी 11 मार्च को फूलपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव होना है मगर इसके पहले ही सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को प्रशासन से तगड़ा झटका लगा है जिसका मुमकिन है असर फूलपुर के लोकसभा चुनाव पर भी पड़े।
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अखिलेश का शुरू हुआ विरोध :
समाजवादी पार्टी के छात्र संगठन ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र संघ चुनावों में ABVP को हराते हुए दमदार प्रदर्शन किया था। इस चुनाव में अध्यक्ष के साथ अन्य पदाधिकारियों का सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ बुलाकर सम्मान भी किया था। 14 फरवरी को होने वाले छात्रसंघ उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि अखिलेश यादव को बुलाया गया है। मगर इस कार्यक्रम में अखिलेश यादव को बुलाये जाने का अखिल भारतीय विद्यार्थी संघटन ने विरोध करना शुरू कर दिया है। एबीवीपी से छात्रसंघ के महामंत्री निर्भय कुमार द्विवेदी ने समारोह के विरोध मे जागरण यात्रा निकाली व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का पुतला दहन कर उनका विरोध किया। इसके बाद पूरे संस्थान का माहौल तनावपूर्ण हो गया है।
प्रशासन ने कार्यक्रम किया निरस्त :
फूलपुर लोकसभा उपचुनाव को देखते हुए अखिलेश का इलाहाबाद विश्वविद्यालय का दौरा काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा था। यही मौक़ा था जब वे सार्वजनिक मंच से युवाओं तक अपनी बात पहुंचा सकते थे। आगामी 14 फरवरी को सपा अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव यहाँ पर छात्रसंघ का आरंभ करने आने वाले थे। मगर फूलपुर लोकसभा उपचुनाव की घोषणा के बाद जिले में आचार संहिता लागू हो गयी है। यही कारण है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का इलाहाबाद विश्वविद्यालय आने का दौरा प्रशासन द्वारा रद्द कर दिया गया है। अखिलेश यादव के यहाँ आने की ABVP काफी समय से विरोध कर रही थी।