पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार द्वारा की गयी नोटबंदी के फैसले को दो साल हो चुके हैं। 8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500-1000 के नोट बंद करने का फैसला सुनाकर सभी को हैरान कर दिया था जिसके बाद बैंकों के बाहर कई किलो मीटर तक की लाइनों में लोग खड़े अपनी बारी का इंतजार करते नजर आए थे। इस दौरान कानपुर देहात की महिला सर्वेसरी देवी ने बैंक की लाइन में बच्चे को जन्म देकर खूब सुर्खियां बटोरीं थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस बच्चे का नाम खजांची रखा था। अब उस बच्चे के जन्मदिन पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव हाइटेक टेक्नोलॉजी से बना घर गिफ्ट करने जा रहे हैं।
अखिलेश यादव देंगे अनोखा गिफ्ट :
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कानपुर देहात की सर्वेसरी देवी के बेटे ‘खजांची नाथ’ को उसके जन्मदिन का जो उपहार देने वाले हैं, वो अपने आप में काफी अनोखा है। समाजवादी पार्टी का दावा है कि खजांची को जो घर दिया जाना है, उसे दुनिया की लेटेस्ट टेक्नोलॉजी से बनाया गया है।
इस मामले पर सपा जिलाध्यक्ष समरथ पाल ने बताया कि खजांची को जो घर दिया जाना है, वैसा घर कानपुर देहात जनपद में अब तक किसी ने नहीं देखा होगा। यह घर कंक्रीट का होगा जो बाहर से बनाकर लाया जाएगा और गांव में शिफ्ट किया जाएगा। 2 दिसंबर को खजांची के जन्मदिन के पहले अखिलेश ने उस बच्चे और उसके परिवार को शानदार तोहफा देने का ऐलान किया है।
बैंक की लाइन में पैदा हुआ था बच्चा :
नोटबंदी के दौरान कानपुर देहात की रहने वाली सर्वेसरी देवी नोटबंदी के दौरान प्रेग्नेंट थीं। डिलवरी के लिए सर्वेसरी देवी बैंक से रुपए निकालने गई थी। जब वो बैंक के बाहर लाइन में लगी थीं, तभी उसे लेबर पेन हुआ और उसने बच्चे को जन्म दिया। बैंक के बाहर लाइन में नोटबंदी की वजह से बच्चे को जन्म देने का ये मामला पूरे देश में गूंजा था। उस वक्त अखिलेश यादव ने सर्वेसरी के परिवार की आर्थिक मदद की थी और बच्चे का नाम खजांची नाथ रखा था।
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