तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री व डीएमके चीफ करुणानिधि का 94 साल की उम्र में बुधवार को चेन्नई के कावेरी अस्पताल में निधन हो गया था। इसके पहले तबियत बिगड़ने के कारण वह 28 जुलाई से अस्पताल में भर्ती थे। कावेरी अस्पताल लगातार उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी दे रही थी। चेन्नई के कावेरी अस्पताल के बाहर डीएमके कार्यकर्ताओं और समर्थकों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई है। करूणानिधि की पहचान सिर्फ राज्य नहीं बल्कि पूरे देश में थी। उनके निधन पर देश की मशहूर हस्तियों ने शोक जताया है। उनके अंतिम दर्शन में शामिल होने के लिये सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव लखनऊ से तमिनाडु के लिए निकल चुके हैं।
तमिलनाडु में उनकी जगह भर पाना है मुश्किल :
राजनीति का एक बड़ा स्तंभ माने जाने वाले मुथुवेल करुणानिधि दुनिया को अलविदा कह गए और अपने पीछे छोड़ गए ऐसा इतिहास, जिसे राज्य कभी भुला नहीं पाएगा। जब उन्होंने साल 2006 में राज्य के सबसे उम्रदराज मुख्यमंत्री के तौर पर पदभार संभाला था, तब यह बात सभी को पता चल गई थी कि ‘कलाईनार’ को राजनीति से अलग नहीं किया जा सकता।
मृत्यु से पहले एक साल तक करुणानिधि एक खास काला चश्मा पहनकर चला करते थे। इस चश्मे के साथ करुणानिधि का सफर कुल 46 साल तक चला। पहले लेखक, कवि, राजनेता और फिर दक्षिण भारतीय सियासत की सबसे मजबूत शख्सियत बनने वाले करुणानिधि ने 94 साल की उम्र में इस मायावी दुनिया को अलविदा कह दिया।
अखिलेश यादव हुए रवाना :
उत्तर प्रदेश के तमाम नेताओं ने करूणानिधि के निधन पर शोक व्यक्त किया है। देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर उनके निधन को अपूर्ण क्षति बताया है। मोदी उनके अंतिम दर्शन के लिए रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ तमिलनाडु जायेंगे। इसके अलावा उनके अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी लखनऊ से रवाना हो चुके हैं। करूणानिधि के निधन की खबर मिलते ही अखिलेश ने अपने सारे कार्यक्रम रद्द किया और तमिलनाडु के लिए निकल गए।