2019 के लोकसभा चुनावों के पहले सभी की नजर कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनावों पर लगी हुई है। भाजपा के लिए जहाँ ये 2019 का सेमीफाइनल है तो वहीँ कांग्रेस के लिए ये करो या मरो के स्थिति वाला चुनाव है। कांग्रेस ने इस चुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की फ़ौज खड़ी की है जिसमें समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का नाम शामिल है। हालाँकि महाराष्ट्र सपा अध्यक्ष अबू असीम आजमी पार्टी के कांग्रेस से गठबंधन और प्रचार करने का विरोध कर रहे हैं। इसके बारे में उन्होंने बाकायदा एक पत्र लिखकर अखिलेश यादव से अपील की थी। अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कर्नाटक चुनाव में प्रचार करने पर बड़ा ऐलान हो गया है।
अबू आजमी ने की बगावत :
मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम के धर्मनिरपेक्षता विरोधी रवैए से नाराज समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक अबू आसिम आजमी ने पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को पत्र लिख कर कांग्रेस से संबंध न रखने की सलाह दी है। अखिलेश को लिखे इस पत्र में आजमी ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से सपा को धोखा देती आयी है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव या समाजवादी पार्टी के किसी पदाधिकारी की तरफ से महाराष्ट्र सपा अध्यक्ष अबू आजमी के इस बयान पर टिप्पणी नहीं की गई है। अबू आजमी ने अखिलेश को पत्र लिखकर ऐसा कहने का बाकायदा कारण भी बताया है। अबू आसिम आजमी का ये पत्र सामने आते ही सपा ने भी एक बड़ा फैसला कर लिया है।
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प्रचार नहीं करेंगे अखिलेश :
समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने मीडिया से बात करते हुए साफ़ कर दिया है कि अखिलेश यादव कर्नाटक में कांग्रेस के पक्ष में प्रचार नहीं करेंगे। साथ ही इस विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी 15 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। इन सभी प्रत्याशियों के लिए प्रचार करने के लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव कर्नाटक जायेंगे। सपा की तरफ से बहुत जल्द उनका कार्यक्रम जारी किया जाएगा। अखिलेश के साथ ही पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेता भी कर्नाटक में प्रचार करेंगे।