Aligarh : Political History of Khair Assembly Seat : अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट का राजनीतिक इतिहास काफी समृद्ध और विविधतापूर्ण रहा है। यह सीट उत्तर प्रदेश के महत्वपूर्ण विधानसभा क्षेत्रों में से एक है और समय-समय पर विभिन्न राजनीतिक दलों के लिए संघर्ष का केंद्र रही है। खैर विधानसभा क्षेत्र में विभिन्न पार्टियों और नेताओं ने अपनी पकड़ मजबूत की है और इस क्षेत्र ने कई अनुभवी और प्रतिष्ठित नेताओं को देखा है।
खैर विधानसभा क्षेत्र उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों में से एक है। यह अलीगढ़ जिले का हिस्सा है और अलीगढ़ लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र की पाँच विधानसभाओं में से एक है। इस विधानसभा सीट का पहला चुनाव 1951 में “डीपीएसीओ (1951)” के पारित होने के बाद हुआ था। 2008 में “संसदीय और विधानसभा क्षेत्रों का परिसीमन आदेश” पारित होने के बाद इस विधानसभा क्षेत्र को क्रमांक 71 आवंटित किया गया।
अलीगढ़ में खैर विधानसभा का जातीय समीकरण
खैर विधानसभा के विधायकों की सूची:Political History of Khair
खैर विधानसभा क्षेत्र के राजनीतिक इतिहास में 1952 के पहले चुनाव में स्वतंत्रता सेनानी मोहन लाल गौतम इस सीट से निर्वाचित हुए थे। उनका निर्वाचन स्वतंत्रता संग्राम के समय की जनता की मान्यता और उनकी लोकप्रियता को दर्शाता है। हालांकि, 1957 में हुए चुनाव के बाद से इस सीट पर जाट नेताओं का दबदबा बढ़ने लगा।
चौधरी प्यारे लाल और चौधरी महेंद्र सिंह जैसे जाट नेताओं के बीच लंबे समय तक वर्चस्व की लड़ाई चली। इन दोनों नेताओं ने खैर विधानसभा क्षेत्र की राजनीति पर अपनी मजबूत पकड़ बनाए रखी और इसके माध्यम से जाट समुदाय का राजनीतिक प्रभाव लगातार बढ़ता गया।
- 1962 – चेतन्य राज सिंह, स्वतंत्र पार्टी
चेतन्य राज सिंह ने 1962 में स्वतंत्र पार्टी के टिकट पर जीत दर्ज की और खैर विधानसभा सीट से पहले विधायक बने। - 1967 – प्यारे लाल, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
प्यारे लाल ने 1967 में कांग्रेस के टिकट पर जीत हासिल की और इस क्षेत्र में कांग्रेस का दबदबा बनाया। - 1969 – महेंद्र सिंह, भारतीय क्रांति दल
महेंद्र सिंह ने भारतीय क्रांति दल के उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीता। - 1974 – प्यारे लाल, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1974 में फिर से प्यारे लाल कांग्रेस के टिकट पर जीतकर विधायक बने। - 1977 – प्यारे लाल, जनता पार्टी
1977 में प्यारे लाल जनता पार्टी के टिकट पर विधायक बने। - 1980 – शिवराज सिंह, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (इंदिरा)
1980 में शिवराज सिंह कांग्रेस (इंदिरा) के टिकट पर विधायक बने। - 1985 – जगवीर, लोक दल
1985 में लोक दल के जगवीर ने जीत दर्ज की। - 1989 – जगवीर सिंह, जनता दल
1989 में जनता दल के जगवीर सिंह विधायक बने। - 1991 – चौधरी महेंद्र सिंह, भारतीय जनता पार्टी
1991 में चौधरी महेंद्र सिंह भाजपा के टिकट पर चुनाव जीते। - 1993 – जगवीर सिंह, जनता दल
1993 में जगवीर सिंह ने फिर से जनता दल के उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीता। - 1996 – ज्ञानवती, भारतीय जनता पार्टी
1996 में भाजपा की ज्ञानवती विधायक बनीं। - 2002 – प्रमोद गौर, बहुजन समाज पार्टी
2002 में बसपा के प्रमोद गौर ने चुनाव जीता। - 2007 – सतपाल सिंह, राष्ट्रीय लोक दल
2007 में राष्ट्रीय लोक दल के सतपाल सिंह ने जीत हासिल की। - 2012 – भगवती प्रसाद, राष्ट्रीय लोक दल
2012 में भी राष्ट्रीय लोक दल के भगवती प्रसाद विधायक बने। - 2017 – अनूप प्रधान, भारतीय जनता पार्टी
2017 में भाजपा के अनूप प्रधान ने इस सीट से जीत दर्ज की। - 2022 – अनूप प्रधान, भारतीय जनता पार्टी
2022 में भी भाजपा के अनूप प्रधान ने लगातार दूसरी बार जीत हासिल की।
खैर विधानसभा उपचुनाव : 263 मतदान केंद्रों के 426 बूथों पर पड़ेंगे वोट