उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित सारा सिंह हत्याकांड में आरोपी अमनमणि के लिए मुश्किलें बढ़ती जा रही है। अमनमणि की पेरोल से जुड़ी याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बड़ा झटका दिया है।
पेरोल से जुड़ी याचिका खारिज
- अमनमणि पत्नी सारा सिंह की हत्या के आरोप में फिलहाल डासना जेल में बंद है।
- उसने चुनाव प्रचार और वोट देने के लिए हाईकोर्ट में पेरोल की अर्जी दी थी।
- हालांकि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अमनमणि को पेरोल देने से इंकार कर दिया है।
- अब इस मामले पर अगली सुनवाई 8 मार्च को होगी।
- बता दें कि अमनणि महराजगंज के नौतनवा से निर्दलीय प्रत्याशी है।
- इसी सीट पर 2012 में सपा के टिकट पर अमनमणि को हार मिली थी।
- सपा ने इस बार हत्या मामले में जेल जाने के बाद उसका टिकट काट दिया है।
सारा सिंह हत्याकांड का पूरा मामला:
- 9 जुलाई 2015 को अमनमणि अपनी पत्नी सारा के साथ दिल्ली जा रहे थे।
- नेशनल हाईवे नंबर-2 में फिरोजाबाद के पास एक संदिग्ध सड़क हादसे में पत्नी सारा की मौत हो गयी थी।
- इससे अमनमणि की भूमिका तब ही संदेह के घेरे में आ गई थी।
- इसके बाद सारा की मां सीमा सिंह ने आरोप लगाया कि अमरमणि के इशारे पर उनकी बेटी की हत्या की गई है।
- सारा की शिकायत पर फिरोजाबाद में अमनमणि के खिलाफ केस दर्ज किया गया।
- अमनमणि की शादी सारा से 2013 में लखनऊ के आर्य समाज मंदिर में हुई थी।
- लेकिन अमरमणि और उनकी पत्नी मधुमणि इस शादी के खिलाफ थे।
- वहीं सारा की मां सीमा की शिकायत पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं।
- बाद में सीबीआई ने यूपी पुलिस से मामला अपने हाथ में लेकर तफ्तीश शुरू की।
- अमरमणि और मधुमणि पहले से ही मधुमिता शुक्ला की हत्या के जुर्म में जेल की सजा काट रहे हैं।
- अमन मणि को हाल ही में समाजवादी पार्टी ने विधानसभा का टिकट भी दिया है।
- वहीं अनुमान लगाया जा रहा है कि बेटे अमनमणि की गिरफ्तारी के बाद सपा से इनका पत्ता भी साफ हो सकता है।
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें