उत्तर प्रदेश के नौतनवां से निर्दलीय विधायक और सीएम योगी आदित्यनाथ के करीबी अमनमणि त्रिपाठी भाजपा को चुनौती देने के लिए मैदान में उतर आये हैं। बाहुबली विधायक और पत्नी की हत्या के आरोपी अमनमणि त्रिपाठी ने ग्राम प्रधान उम्मीदवार के नामांकन में अपने दल- बल के साथ पहुंचकर लोगों को चौंका दिया। आपको जानकार हैरानी होगी कि ग्राम प्रधान पद की उम्मीदवार मुस्लिम महिला है जिसका खुलकर अमनमणि त्रिपाठी समर्थन कर रहे हैं। हालाँकि ऐसा पहली बार नहीं है कि जब अमनमणि ने बीजेपी को झटका दिया हो। निकाय चुनावों में भी निर्दलीय विधायक ने बीजेपी के खिलाफ अपने समर्थकों को उतारा था और उन्हें जीत भी दिलाई थी।
भाजपा प्रत्याशी को हरा चुके है अमनमणि :
पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी के पुत्र बाहुबली अमनमणि नौतनवां विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक है। 2017 के विधानसभा चुनावों में इन्होंने भाजपा उम्मीदवार समीर त्रिपाठी को भारी मतों से हराया था। इसके बाद वे सीएम योगी के समर्थक बन गये। राज्य सभा चुनावों से लेकर कई जगह वे खुलकर सीएम योगी का समर्थन करते आये हैं। अमनमणि भी योगी आदित्यनाथ के करीबियों मे गिने जाते है लेकिन उन्हें जब भी मौक़ा मिला तो उन्होंने भाजपा को बड़ा झटका दिया है। नगर पालिका और नगरपंचायत चुनाव मे अमनमणि ने अपने क्षेत्र के नगरपालिका और नगर पंचायत में अपने उम्मीदवार खड़ा कर भाजपा उम्मीदवार को हरवा दिया था। इसकी शिकायत भाजपाइयों ने सीएम योगी से की लेकिन सीएम ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। अब एक बार फिर से ग्राम प्रधान के उपचुनाव मे अमनमणि ने गैर भाजपा समर्थक उम्मीदवार का समर्थन कर दिया है।
लोकसभा चुनाव में बदल सकता है नजारा :
देखा जाए तो ये बहुत छोटा चुनाव है लेकिन लोकसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा के लिये ये बड़ा झटका माना जा रहा है। ग्राम प्रधान जैसे छोटे स्तर के चुनाव में भी अमनमणि की दिलचस्पी चर्चा का विषय बन गयी है। उनके समर्थक इसे विधायक द्वारा छोटे-बड़े अपने समर्थकों का ख्याल रखना बताया जा रहा है। नौतनवां ब्लॉक में ग्राम पंचायत बगहा के ग्राम प्रधान पद के लिए तीन महिलाओं ने पर्चा दाखिला किया। बगहा गांव की सजरून निशा के लिए नौतनवां विधायक अमन मणि त्रिपाठी भारी संख्या में ग्रामीणों के साथ पर्चा दाखिला कराने पहुंचे थे।