बीते दिन राजधानी लखनऊ में समाजवादी पार्टी का रजत जयंती समारोह बड़ी ही धूम-धाम मनाया गया। इस दौरान पूरे उत्तर प्रदेश से आये सपाइयों का उत्साह अपने चरम पर दिखाई दिया। समाजवादी पार्टी के रजत जयंती समारोह में भीड़ की कमी तो बिलकुल भी नहीं थी मगर इस दौरान संस्थापक सदस्यों को अनदेखा किया जाना सभी को बहुत खराब लगा।
आजम, अमर की अनुपस्थिति ने उठाये कई सवाल :
- रजत जयंती समारोह में पार्टी के कद्दावर नेता आजम खां और अमर सिंह की गैरमौजूदगी कई सवाल खड़े करती है।
- यूपी चुनाव से पहले पार्टी के गृहयुद्ध को भूलाकर सपा रजत जयंती और रथयात्रा के जरिए दिखाना चाहती है कि पार्टी में सब ठीक है।
- मगर पार्टी के रजत जयन्ती समारोह से पार्टी के दिग्गज नेताओं का दूरी बनाए रखना इसकी पोल खोलता दिखता है।
- ज्यादा चर्चा आजम खां के ना आने की थी जो अखिलेश की विकास रथयात्रा, पार्टी समारोह दोनों में नहीं रहे।
- हालांकि उम्मीद थी कि आजम खां पार्टी के 25 वर्षीय होने की खुशी में आयोजित जश्न में जरूर शामिल होंगे।
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- आजम खां के अलावा पार्टी महासचिव अमर सिंह का भी गैरहाजिर होना ख़ासा चर्चा में रहा था।
- समाजवादी पार्टी में अमर सिंह की वापसी हो गयी है मगर सीएम अखिलेश उनको जरा भी पसंद नहीं करते है।
- इनके अलावा बेनी प्रसाद वर्मा जो सपा के संस्थापक सदस्य है, उन्हें भी समारोह में तरजीह नहीं दी गयी।
- बेनी प्रसाद समारोह में थे फिर भी उन्हें न बोलने का मौक़ा मिला, न ही मंच पर सामने बुलाया गया।
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