राजधानी के गोमती नगर स्थित अंबेडकर स्मारक, रमाबाई स्थल, काशीराम स्थल सहित स्मारकों से जुड़े विभिन्न पार्कों की खस्ता हालत में अब सुधार होगा। दीवारों से गिर चुके पत्थर, टूटी लाइटें व खराब हो चुके फाउंटेन आदि दुरुस्त किये जाएंगे। लखनऊ विकास प्राधिकरण ने इन स्थानों के जीर्णोद्धार का मन बना लिया है। इसके लिए प्रस्ताव भी तैयार कर लिया गया है। स्मारक समिति के संबंध में बोर्ड बैठक के लिए समय मांगा जा रहा है जहां से स्वीकृति मिलने के बाद मरमतीकरण का काम शुरू हो जाएगा।
ये भी पढ़ें :नागपंचमी: आज होगा दंगल, मेले में मेट्रो की अड़चन!
चमक फीकी हो गई
- लविप्र के सचिव व स्मारकों की देखरेख संबंधी समिति के मुख्य प्रबंधक जय शंकर दुबे ने जानकारी दी।
- उन्होंने बताया कि बड़े कार्य जैसे पत्थर को लगवाने आदि के काम को राजकीय निर्माण निगम करेगा।
- जबकि टूटी लाइटों व वाटर सप्लाई जैसे छोटे काम एलडीए द्वारा ही करवाये जाएंगे।
- गोमती नगर का अंबेडकर स्मारक बसपा सरकार की प्राथमिकता परियोजनाओं में से एक है।
- इसी तरह पुराने जेल रोड पर रमाबाई स्थल व काशीराम स्मारक आदि भी इसमें शामिल है।
- साथ ही यहां आसपास कई पार्क व स्थल बनाये गए हैं जो राजधानी की खूबसूरती में चार चांद लगाते हैंं।
- लेकिन समय के साथ यहां की खूबसूरती जाती रही। पार्कों में दीवारों पर लगे पत्थर गिरने लगे।
- कई दीवारें चटक गईं, पार्कों में लगे सुंदर व हरे भरे पेड़ भी सूख गए।
- जो पेड़ उखड़ गए उन्हें फिर रोपा नहीं गया। कई लाइटें या तो खराब हैं या फिर टूट गईं।
ये भी पढ़ें :वीडियो: NIA की 12 सदस्यीय टीम पहुंची विधानसभा!
- इसी तरह पानी की सप्लाई से संबंधी बाधाएं भी आईं। मसलन, मोटर आदि जल गईं।
- लिहाजा अब इन स्थलों की चमक फीकी हो गई है।
- सचिव ने कहा निर्माण निगम का तर्क है कि ऐसे स्थलों के रखरखाव के लिए बजट निर्धारित हो।
- कारण, मर मतीकरण न होने से दिन प्रतिदिन इनकी रंगत जाना स्वाभाविक है।
- ऐसे स्थलों के जीर्णोद्धार के लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण की ओर से प्रस्ताव तैयार किया गया है।
- इसमें कार्य की रूपरेखा तैयार की गई है। वहीं, निर्माण निगम को जो कार्य सौंपे गए हैं।
- वह जल्द ही अपना इस्टीमेंट प्रस्तुत करेंगे जिसके आधार पर कार्य कराया जाएगा।
- साथ ही, प्रस्ताव को पास कराने के लिए बोर्ड बैठक भी होना आवश्यक है।
- इसके लिए उच्चाधिकारियों से समय मांगा जा रहा है।
- बताया गया कि विद्युत व वाटर सप्लाई संबंधी कार्य एलडीए करेगा जबकि अन्य कार्य निर्माण निगम द्वारा करवाये जाएंगे।
ये है स्थिति
- दीवारों से गिर गए पत्थर, दीवारें चिटकी हैं।
- कई जगह टाइल्सें टूटी, लाइटें खराब या फिर टूटी हैं।
- पेड़ पौधे सूख या उखड़ गए, मोटर खराब हैं।
ये भी पढ़ें : अब जल्द ऑनलाइन मिलेंगे यूपी के खादी उत्पाद