बदहाल पशु चिकित्सालय को खुद इलाज की दरकार ।
अमेठी:
जिले के मुसाफिरखाना ब्लाक क्षेत्र के मझगवां गांव स्थित राजकीय पशु चिकित्सालय बदहाल पड़ा है।यहां सुविधाओं का अभाव है।पशु चिकित्साधिकारी तथा कर्मचारियों का आवास खंडहर में तब्दील हो गया है।पशु चिकित्सकों के लिए आवासीय सुविधा न होने के चलते पशुपालकों को तमाम समस्याओं से जूझना पड़ रहा है।पशु अस्पताल की बाउंड्री जगह जगह टूट जाने के कारण छुट्टा पशुओं का आना जाना लगा रहता है परिसर में लगा एक नल खराब है तो दूसरा नल पानी के साथ कीचड़ उगल रहा है ।लोगों ने आलाअधिकारियों को अवगत कराया लेकिन मामले को गंभीरता से नहीं लिया जा सका है।
मुसाफिरखाना ब्लाक क्षेत्र के राजकीय पशु चिकित्सालय मझगवां की दशक के आस पास स्थापना हुई तो पशुपालकों को बेहतर सुविधा की आस जगी,लेकिन विभागीय उदासीनता से उनके सपनों पर ग्रहण लग गया है।पशु अस्पताल की इमारतें जर्जर हाल में है।अस्पताल की बाउंड्री टूटी होने न होने से छुट्टा पशुओं का आना जाना लगा रहता है।परिसर में लगे एक नल खराब है तो दूसरा पानी के साथ कीचड़ उगल रहा है।जानकारी मिली कि फार्मासिस्ट व चौकीदार समेत अन्य कई पद लंबे समय से रिक्त चल रहा है।
उक्त चिकित्सालय से तीन ग्राम पंचायते धरौली,जमुवारी और रसूलाबाद जुड़ी है।पशु चिकित्साधिकारी का आवासीय भवन खंडहर में तब्दील हो गया है।आवासीय सुविधा न होने से शाम के बाद पशु चिकित्सक की उपलब्धता न होने से पशुपालकों को तमाम समस्याओं से जूझना पड़ रहा है।
इस संबंध में क्षेत्र के पशुपालक चंदन सिंह,बृजेश सिंह,राम सेवक यादव,राम कुमार मौर्य,राम लाल,समर बहादुर सिंह का कहना है कि पशुओं के इलाज की बेहतर व्यवस्था नहीं है। कर्मचारियों की कमी से पशुओं का टीकाकरण तक नहीं हो पाता है।इस बाबत राजकीय पशु चिकित्सालय मझगवां के पशु चिकित्साधिकारी डॉ विवेक गुप्ता का कहना है कि आवास के सम्बंध में अधिकारियों को अवगत कराया गया है और बाउंड्री वाल को लेकर ग्राम प्रधान को प्रस्ताव भेजा गया है,नल में बालू आने को लेकर सम्बंधित सचिव को सूचना दी गई है।