अमेठी: दिवाली पर्व जहाँ लोगो के लिये उम्मीद भरा पर्व के रूप मे देखा जाता है लेकिन कुम्हारो के लिये इस पर्व का मतलब उनके परिवार का भारण पोषण और साल भर की उम्मीद होती है लेकिन फाइबर के चलते अब इनके रोजगार पर पानी फिर गया है।
लेकिन फिर भी अमेठी के बेनी पुर गाँव के कुम्हार पूरी उम्मीद के साथ दिन रात मेहनत कर रहे है साथ ही घर की पूंजी भी लगा रहे है इस उम्मीद के साथ कि ये दीपावली उनके लिये साल भर की उम्मीद लेकर आ रही है।यहाँ के कुम्हारो की माने तो इस समय हम लोग दिवाली,मिट्टी के बर्तन,खिलौने आदि तैयार कर रहे है कि साल भर का घर का खर्च निकल जाये।
लेकिन फाइबर समानो के चलते हम लोगो की उम्मीद पर पानी फिर जाता है वैसे भी हम लोगो को ना तो मिट्टी मिल रही है साथ ही पकाने के लिये भी बहुत दिक्कत भी आती है बावजूद इसके भी हम लोग किसी तरह मेहनत करके मिट्टी के समान तैयार करते है
लेकिन उतना बिक्री नही हो पाती जिससे हम लोगो के खर्च चल सके अगर सरकार फाइबर के समानो पर रोक लगा दे तो हम लोगो के शायद फिर से अच्छे दिन लौट आये इस समय हम लोग दुसारे की खेती करते है और मजदूरी करते है जिससे किसी तरह परिवार का भारण पोषण होता है।।
रिपोर्ट: राम मिश्रा