अमेठी: प्रधान ने अपने ससुर और पति को बनाया मनरेगा मजदूर.डीएम से शिकायत ।
अमेठी:
गरीब मजदूरों को रोजगार देने वाली महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना यानि मनरेगा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है ।
भ्रष्टाचारियों की काली निगाहें सरकार के इस महत्वपूर्ण योजना की साख में बट्टा लगा रही हैं ।
इस योजना में रोजगार की गारंटी हो ना हो लेकिन भ्रष्टाचार की पूरी गारंटी है.दरअसल यूपी के जनपद अमेठी अंतर्गत मुसाफिरखाना विकासखंड के साल पुर ग्राम सभा में इन दिनों एक कहावत-‘अंधा बांटे रेबड़ी, अपन-अपन को देय सही साबित हो रही है।
दरअसल पैसा ऐसी चीज है अच्छे अच्छे की बुद्धि फेर देता है।
आरोप है कि रुपयो की खनक ने विकासखंड मुसाफिरखाना के सालपुर गाँव प्रधान को इस कदर अपनी गिरफ्त में ले लिया कि उन्होंने ससुर और पति को मनरेगा मजदूर बना दिया जिसकी शिकायती सालपुर गाँव निवासी रामअवध ने जिलाधिकारी अमेठी से की है।राम अवध का आरोप है कि उनकी ग्रामसभा में ऐसे लोगों के नाम मस्टर रोल भरकर धनराशि निकाल ली जो सऊदी अरब व दुबई जैसे देशों में नौकरी कर रहे हैं.शिकायतकर्ता का कहना है कि प्रधान पति और ससुर मनरेगा के मजदूर बनाए गए है।यही नही 65-70 वर्ष के बुजुर्ग भी मनरेगा के मजदूर बना दिये गए है
वहीं प्रधानपति राम उजागिर ने बताया कि शिकायत
कर्ता विरोधी पक्ष के है और उनके परिवार के लोगों के साथ-साथ 60 से 65 वर्ष की आयु के बुजुर्गों ने इसमें मजदूरी की है।
तो वही इस मामले में जब जिलाधिकारी अमेठी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कारवाई की जाएगी।