शिक्षा एक ऐसा क्षेत्र है जिनमें सरकार कभी पैसा खर्च करने में कभी कंजूसी नहीं बरतती. क्यों की शिक्षा के क्षेत्र में जितना ध्यान दिया जायेगा राज्य उतनी ही तेजी से विकास की ओर उन्मुख होगा .सरकार शिक्षा सुविधाओं पर ज्यादा व्यय करेगी है तो प्रदेश में शिक्षित लोगों की संख्या में इजाफा कर पायेगी . शिक्षित लोगों की योग्यता और कार्यकुशलता ही अपने राज्य को विकास के मार्ग पर आगे बढ़ाएगी .
प्रदेश के सरकारी स्कूलों स्थितियां चिंताजनक-
- प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में सरकार ज्यादा से ज्यादा व्यय करने की कोशिश करती है.
- लेकिन इसके बावजूद उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों की स्थितियाँ बहुत चिंताजनक रूप में सामने आ रही है
- कल 68वें गणतंत्र दिवस पर देश भर में खुशिया मनानी गई और ध्वजारोहण किया गया .
- लेकिन बहुत से ऐसे भी विद्यालय रहे जिनमे 26 जनवरी के दिन भी ध्वजारोहण ही नही हुआ.
- कुछ विद्यालय तो ऐसे भी दिखे जहाँ बड़ी ही बेढंगी मुद्रा में तिरंगा फहराया गया.
- बता दें कि गाँधी नेहरू की धरती कहे जाने वाले अमेठी के एक स्कूल में ही तिरंगे का अपमान होते देखा गया.
आपत्तिजनक मुद्रा में झण्डा फहराया गया-
- अमेठी जनपद के जामो अंतर्गत पूरे उदित के प्राइमरी स्कूल में तो झण्डा झुका हुआ पाया गया.
- गौरतलब हो कि स्कूल की पट्टिका देखने पर प्रधानाध्यापक का नाम सन्त और सहायक अध्यापक का नाम परमहंस लिखा हुआ मिला
- लेकिन यह बात साफ स्पष्ट हो गई की इस स्कूल के अध्यापक नियम कानून और छात्रों को राष्ट्र प्रेरणा देने को लेकर किस कदर संजीदा है.
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