भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह राजधानी लखनऊ में भारतीय जनता पार्टी की मैराथन बैठक में हिस्सा लेने के लिए आए। ये बैठक कई मायनों में काफी महत्वपूर्ण है। इस दौरान अमित शाह का स्वागत करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित मंत्रिमंडल के ज्यादातर सदस्य उनकी अगवानी के लिए मौजूद रहे। इस मौके पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्रनाथ पांडे व संगठन के सदस्यों ने भी उनका स्वागत किया।
सीएम योगी, डिप्टी सीएम और संगठन पदाधिकारियों संग बैठक:
लखनऊ के आनंदी वाटरपार्क में समंवय बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे अमित शाह ने दोपहर के भोजन से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ, दोनों डिप्टी सीएम और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा.महेन्द्र नाथ पांडे साथ ही महामंत्री (संगठन) से सरकार और संगठन की कार्यप्रणाली पर चर्चा की।
इस दौरान शाह ने प्रदेश सरकार में सामंजस्य के अभाव पर चिंता जाहिर की. साथ ही निर्देश दिया कि प्रदेश सरकार आपसी समन्वय बनाकर चलें। इस दौरान उन्होंने मिशन 2019 के लक्ष्य पर भी चर्चा करते हुए उन्हें इस ओर ध्यान देने को कहा.
योगी मंत्रिमंडल के कुछ मंत्रियों को किया इंगित:
वहीं उन्होंने योगी सरकार के मंत्रिमंडल के कुछ मंत्रियों के कामकाज के बारे में सरकार और संगठन के पदाधिकारियों के सामने भी रखा और ऐसे मंत्रियों की कार्यप्रणाली पर नजर रखने और उनकों नियंत्रित रखने के निर्देश दिए, साथ ही सरकार और संगठन की छवि खराब करने वाले ऐसे मंत्रियों पर निर्देशों का पालन न करने पर कार्रवाई की भी चेतावनी दी.
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार और संगठन की एक-एक गतिविधियों पर लोगों से ज्यादा विपक्ष की नजर रहती है। ऐसे में विपक्ष को कोई भी मौका भाजपा के खिलाफ दुष्प्रचार का मौका न दें।
योगी सरकार के डेढ़ सालों की उपलब्धियों की तारीख:
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सरकार की डेढ़ साल की उपलब्धियों पर संतोष जताते हुए कहा कि इन्हें और अधिक जनता के बीच ले जाने की जरूरत है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सरकार और संगठन को आरएसएस के सभी सहयोगी संगठनों के साथ समन्वय बनाकर चलने पर बल दिया।
कहा कि सहयोगी संगठनों से अपने कामकाज को लेकर लगातार फीड बैक लेते रहें।
इसके साथ आरएसएस के स्वयंसेवकों को चिन्हित कर उन्हें सरकारी कामकाज में समायोजित करने के लिए भी कहा।