राजधानी लखनऊ में तीन अलग-अलग थानाक्षेत्र में एमिटी विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफ़ेसर समेत तीन लोगों ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। विभूतिखण्ड थानाक्षेत्र में एमिटी कालेज की अध्यापिका ने कमरे में साड़ी का फंदा लगाकर जान दे दी। वहीं, गोसाईगंज इलाके में एक किशोर छज्जे की सरिया से दुप्पटे के सहारे लट गया। उधर महानगर में भी रहीनगर निवासी 26 वर्षीय युवक पंखे से लटकता मिला। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। हालांकि पुलिस को कहीं से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला।
मूलरूप से दुर्ग छत्तीसगढ़ निवासी महेश अवस्थी की बेटी डॉॅ. गरिमा पाठक (40) विभूतिखण्ड़ के 1102 ए 3 एल्डिको एलीगेशन कालोनी में रहती थी। वह एमिटी कालेज में अध्यापिका के पद पर तैनात थी। गरिमा अलिखेश नामक युवक के साथ लिव इन रिलेशन में रहती थी। अखिलेश भोपाल मध्यप्रदेश में प्रोफेसर हैं। बीते 26 जनवरी को गरिमा से मोबाइल पर बात हुई थी। अखिलेश ने बताया कि वह उस समय फैजाबाद में थे। रविवार को जब वह वापस आए तो उन्होंने देखा कि कमरे में साड़ी का फंदा बनाकर गरिमा लटक रही थी। पुलिस का कहना है कि डॉॅ गरिमा का इसी माह तलाक हुआ था। इसके बाद वह अखिलेश के साथ रहती थी।
वहीं गोसाईगंज के ग्राम अहिरन ढकवा निवासी संदीप शर्मा ने बताया कि उनके छोटे भाई शुभम शर्मा(15) ने शनिवार की रात करीब 9 बजे पुराने घर के बाहर छज्जे की सरिया में दुपट्टे का फंदा बनाकर फांसी लगा लिया। जब उसने व मुहल्ले वालों ने यह देखा तो शुभम को नीचे उतारा गया। उस समय शुभम की सांसे चल रही थी। पवन व पंकज की मदद से शुभम को कै प केयर हॉस्पिटल ले गया, जहां डाक्टरों ने उसेे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक के पिता खेती करते हैं।
उधर महानगर के 529/45 रहीमनगर निवासी दीपक (26) ने पंखे से लटक कर जान दे दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस को कहीं से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। पुलिस का कहना है कि किसी ने किसी के खिलाफ कोई तहरीर नहीं दी है। इससे कोई काररवाई नहीं की जा रही है।