अलीगढ़ के एएमयू में 7 मार्च को दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया है. इस दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्यमंत्री देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को आमंत्रित किया गया है, लेकिन इसी यूनिवर्सिटी में उनके विरोध और काले झंडे दिखाने की तैयारी में छात्र संघ है. छात्र संघ के सचिव ने यूनिवर्सिटी प्रशासन को लिखे पत्र में कहा है वो राष्ट्रपति के ओहदे का सम्मान करते हैं लेकिन वो आरएसएस की मानसिकता का विरोध करेंगे.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को दिखाए जायेंगे काले झंडे
एएमयू में सात मार्च को होने वाले दीक्षांत समारोह में माहौल बिगड़ सकता है. छात्रसंघ के पदाधिकारी और छात्रों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को काले झंडे दिखाकर विरोध करने का ऐलान कर दिया है जिसके कारण अब माहौल गर्म होने के आसार नजर आ रहे हैं. छात्र संगठन का कहना है कि वो लोग राष्ट्रपति पद का सम्मान करते हैं लेकिन किसी भी संघी मानसिकता के नेता का कैम्पस में आने का विरोध करेंगे. उन्होंने रामनाथ कोविंद को RSS चेहरा बताते हुए विरोध करने की बात कही है.
32 सालों बाद कोई राष्ट्रपति दीक्षांत समारोह में होगा शामिल
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में 32 साल के बाद कोई राष्ट्रपति दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे. वहीँ बता दें कि पिछले साल भी सर सैय्यद की 200वीं जयंती के अवसर पर शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह को बुलाने का भी छात्रों ने जमकर विरोध किया था.
हम राष्ट्रपति का विरोध नहीं करेंगे लेकिन संघी मानसिकता का विरोध करेंगे
सचिव मो. फहद ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हम राष्ट्रपति का विरोध नहीं करेंगे लेकिन संघी मानसिकता का विरोध करेंगे जो मानवता के खिलाफ है. वर्ष 2010 में राष्ट्रपति ने कहा था कि मुसलमान और ईसाई देश के लिए एलियन हैं जिससे हमें आज तक कष्ट है लेकिन हम राष्ट्रपति का स्वागत करेंगे. संघी मानसिकता के साथ किसी और व्यक्ति को आने नहीं दिया जाएगा. फहद ने कहा कि जो लोग प्रोटोकॉल के मुताबिक आ रहे हैं, उन्हें आने दिया जाएगा.